Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़No use of bowing head Rahul Gandhi lashed out at BJP with Shivaji statue in his hand

...तो शीश झुकाने का कोई फायदा नहीं, शिवाजी की मूर्ति लेकर भाजपा पर बरसे राहुल गांधी

  • राहुल गांधी ने कहा ने लोगों को भयभीत करने तथा देश में संविधान और संस्थानों को बर्बाद करने के बाद शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, सिंधुदुर्गSat, 5 Oct 2024 09:15 PM
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को भयभीत कर और देश के संविधान एवं संस्थानों को बर्बाद करके शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा इसलिए गिरी, क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों की मंशा और विचारधारा गलत थी। राहुल गांधी ने पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया।

गांधी ने कहा, ‘‘लोगों को भयभीत करने तथा देश में संविधान और संस्थानों को बर्बाद करने के बाद शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है। ’’ कांग्रेस नेता की टिप्पणी स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाकर की गई, जिन्होंने शिवाजी महाराज और उनकी प्रतिमा ढहने से आहत लोगों से माफी मांगी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने 30 अगस्त को महाराष्ट्र दौरे के दौरान कहा था, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम या राजा नहीं हैं। हमारे लिए वह हमारे आराध्य हैं। आज मैं उनके चरण में शीश रखकर अपने आराध्य से माफी मांगता हूं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने राजकोट किले में 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण चार दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था। यह प्रतिमा इस वर्ष 26 अगस्त को ढह गई थी। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देश में दो विचारधाराएं हैं। एक वह जो संविधान की रक्षा करती है, समानता और एकता की बात करती है। यह शिवाजी महाराज की विचारधारा है। दूसरी विचारधारा वह है जो संविधान को बर्बाद करने पर तुली है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वे सुबह उठते हैं और योजना बनाते हैं कि कैसे शिवाजी महाराज के आदर्शों पर स्थापित संविधान को नष्ट किया जाए। वे देश की संस्थाओं पर हमले करते हैं, लोगों को डराते हैं और धमकाते हैं और फिर शिवाजी की मूर्ति के सामने शीश झुकाते हैं। इसका कोई औचित्य नहीं है। अगर आप शिवाजी की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते हैं, तो आपको संविधान की रक्षा करनी होगी।’’ उन्होंने कहा कि इरादे स्पष्ट हैं और उन्हें छिपाया नहीं जा सकता।

गांधी ने कहा, ‘‘उन्होंने (मोदी ने) शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की, जो कुछ ही दिनों में गिर गई। उनके इरादे सही नहीं थे। प्रतिमा ने उन्हें संदेश दिया कि अगर आप शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करते हैं तो आपको उनके आदर्शों का पालन करना होगा। यही कारण है कि प्रतिमा गिर गई, क्योंकि उनकी विचारधारा गलत है।’’ उन्होंने कहा कि जब शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक होना था, तो इसी विचारधारा ने उनका राज्याभिषेक नहीं होने दिया। यह कोई नयी बात नहीं है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह वही विचारधारा है जिसके साथ शिवाजी महाराज लड़े थे। कांग्रेस उसी विचारधारा के साथ लड़ रही है जिसके साथ शिवाजी महाराज लड़े थे।’’ उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी का दुनिया को संदेश था कि देश सबका है। संविधान उनके आदर्शों का प्रतीक है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘अगर छत्रपति शिवाजी महाराज और समाज सुधारक शाहू महाराज जैसे लोग नहीं होते, तो संविधान भी अस्तित्व में नहीं आता।’’ महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शनिवार सुबह कोल्हापुर पहुंचने पर गांधी का स्वागत किया, जिनमें पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले, पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट शामिल थे। राहुल गांधी ने टैम्पो चालक अजित सांढी के साथ बातचीत की। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व के विचारक वी डी सावरकर पर राहुल की टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें काले झंडे दिखाए।

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