Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Mini skirts or torn jeans banned in Siddhivinayak temple devotees will have to wear Indian dress

सिद्धिविनायक मंदिर में मिनी स्कर्ट या फटी जींस पर लगी रोक, भक्तों को पहनने होंगे भारतीय ड्रेस

  • सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि यह ड्रेस कोड कई भक्तों से प्राप्त शिकायतों के बाद लागू किया गया है। उन्होंने मंदिर में अन्य भक्तों के लिए असहज होने की बात कही थी।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानWed, 29 Jan 2025 05:57 AM
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सिद्धिविनायक मंदिर में मिनी स्कर्ट या फटी जींस पर लगी रोक, भक्तों को पहनने होंगे भारतीय ड्रेस

मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर ने मंगलवार को भक्तों के लिए एक नया ड्रेस कोड जारी किया है, जिसके तहत शॉर्ट स्कर्ट और छोड़ कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट (SGTT) की ओर से जारी किया गया है। ट्रस्ट ने कहा है कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले उचित और शालीन वस्त्र पहनने होंगे। ट्रस्ट ने भारतीय परिधान की सिफारिश की है।

यह ड्रेस कोड अगले हफ्ते लागू होगा। इसके बाद भक्तों को शालीन कपड़े में आना होगा। जो छोटे कपड़े में आएंगे उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि "छोटे कपड़े, शॉर्ट स्कर्ट या ऐसे कपड़े जो शरीर के अंगों को उजागर करते हैं, पहनने वाले भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।"

शिकायतों के बाद लिया गया निर्णय

सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि यह ड्रेस कोड कई भक्तों से प्राप्त शिकायतों के बाद लागू किया गया है। उन्होंने मंदिर में अन्य भक्तों के लिए असहज होने की बात कही थी। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने कहा, "हमें कुछ भक्तों के कपड़ों को लेकर अन्य भक्तों से शिकायतें मिली हैं। लोग चाहते थे कि कपड़ों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाएं। भक्तों को ट्रस्ट द्वारा लिया गया निर्णय मानना होगा।"

उन्होंने यह भी कहा कि हाल के समय में देश भर के कई मंदिरों ने भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू किया है, जिससे धार्मिक स्थलों पर कपड़ों के चयन को लेकर एक चर्चा शुरू हो गई है।

प्लास्टिक बैग पर भी रोक

इसके साथ ही मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों को प्रसाद वितरण के लिए प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर भी रोक लगाते हुए कागज की थैलियों का उपयोग करने का निर्णय लिया है। यह पहल फिलहाल परीक्षण आधार पर शुरू की गई है।

आपको बता दें कि पिछले साल दिसंबर में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने भी भक्तों से अपील की थी कि वे मंदिर में आधी पैंट, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटे हुए जींस, चमड़े के कपड़े या अन्य आपत्तिजनक वस्त्र पहनकर न आएं। उनका कहना था कि यह पूजा स्थल है न कि एक पर्यटन स्थल। मंदिर प्रशासन ने कहा था कि यह कदम मंदिर के शालीन माहौल को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

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