यूपी-बिहार नहीं है महाराष्ट्र; अजित पवार बोले- शिवाजी की धरती पर नहीं चलेगा जाति वाला कार्ड
- अजित पवार ने न केवल महाराष्ट्र में जातीय ध्रुवीकरण के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया, बल्कि विधानसभा चुनावों में महायुति की शानदार जीत का दावा भी किया है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विधानसभा चुनाव के दौरान जातीय ध्रुवीकरण की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि जातीय आधार पर इस चुनाव में कोई बड़ा ध्रुवीकरण होगा। 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत के दौरान अजित पवार ने कहा, "महाराष्ट्र की राजनीति शिवाजी, शाहू, आंबेडकर और महात्मा फुले के विचारों पर आधारित है। यही वजह है कि उत्तर भारत में जो जातीय समीकरण काम करते हैं वे महाराष्ट्र में प्रभावी नहीं हो सकते।"
अजित पवार से यह सवाल पूछा गया था कि यदि महाराष्ट्र में जातीय आधार पर मतदान होता है तो क्या गैर-मराठा वोट महायुती को मिल सकते हैं। इसके जवाब में पवार ने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में जातीय समीकरणों से चुनावी परिणाम प्रभावित नहीं होते, क्योंकि यहां की जनता ने हमेशा समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लेकर चलने की नीति को प्राथमिकता दी है।
माधव फॉर्मूला पर क्या बोले पवार
जब अजित पवार से पूछा गया कि भाजपा द्वारा लागू किए गए 'माधव फॉर्मूला' का असर महाराष्ट्र में चुनावी ध्रुवीकरण पर कैसे हो सकता है, तो उन्होंने कहा कि यह फॉर्मूला उस समय प्रभावी था जब भाजपा में गोपीनाथ मुंडे, फरांदे और अण्णा डांगे जैसे प्रमुख ओबीसी नेता थे। पवार ने कहा, "माधव फॉर्मूला उस समय सफल हुआ था। अब समाज के भीतर स्थिति बदल चुकी है। आजकल वंजारी समाज जैसे समाजों में नए नेतृत्व उभर कर सामने आ रहे हैं, जैसे पंकजा मुंडे और धनंजय मुंडे।"
अजित पवार ने यह भी कहा कि अब किसी विशेष समाज का वोट एक मर्यादित सीमा तक ही किसी विशेष नेता को समर्थन दे रहा है। इसलिए पहले की तरह व्यापक ध्रुवीकरण नहीं हो रहा है।
मनोज जरांगे पाटील पर क्या बोले अजित पवार
मनोज जरांगे पाटील के बारे में बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपना वोट देने का अधिकार है। इस बार के चुनाव में भी जनता ही निर्णय लेगी। पवार ने यह कहा कि महाराष्ट्र ने हमेशा जातीय आधार पर मतदान से बचने की कोशिश की है और उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार भी ऐसा ही होगा।
शरद पवार से दोबारा नहीं होगा गठबंधन
अजित पवार ने इस बातचीत में शरद पवार के साथ फिर से गठबंधन करने की संभावना को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में महायुती को 175 सीटें मिलेंगी। साथ ही अजित पवार ने यह भी कहा कि बारामती लोकसभा सीट पर जो परिणाम हुआ था वह विधानसभा चुनाव में भी दोहराया जाएगा।