महाराष्ट्र की 288 सीटों पर 4140 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला, 2019 की तुलना में 901 अधिक
- महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 7078 अभ्यर्थियों के आवेदन मंजूर किये गये गए थे, जिनमें से 2938 ने अपने नामांकन वापस ले लिए हैं। अब 4140 उम्मीदवार ही मैदान में हैं।
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए आगामी 20 नवंबर को मतदान किया जाएगा और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। निर्वाचन आयोग के अनुसार, प्रदेशभर की सभी विधानसभा सीटों के लिए 7078 अभ्यर्थियों के आवेदन मंजूर किये गये गए थे, जिनमें से 2938 ने अपने नामांकन वापस ले लिए हैं। अब 4140 उम्मीदवार ही मैदान में हैं। उम्मीदवारों की यह संख्या 2019 विधानसभा चुनाव के मुकाबले 901 अधिक है।
राज्य के निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 4140 का आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव में लड़ने वाले 3,239 उम्मीदवारों से 28 प्रतिशत अधिक है। नंदुरबार की शहादा सीट पर सिर्फ़ तीन उम्मीदवार हैं, जबकि बीड के माजलगांव में 34 उम्मीदवार हैं। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई की 36 सीटों पर 420 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे, जबकि पुणे जिले की 21 सीटों पर 303 उम्मीदवार हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हो गई। इसमें कोल्हापुर नॉर्थ सीट पर कांग्रेस को निराशा हाथ लगी। उसकी उम्मीदवार मधुरिमा राजे छत्रपति ने नाम वापस ले लिया, जबकि भाजपा गोपाल शेट्टी को मुंबई के बोरीवली से बाहर निकलने के लिए राजी करने में कामयाब रही।
हालांकि, महायुति के लिए सिरदर्द अभी भी बना हुआ है, क्योंकि मुंबई के माहिम विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना उम्मीदवार दादा सर्वणकर ने नाम वापस लेने से इनकार कर दिया है। उनका मुकाबला महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे से है। राज ठाकरे के बेटे को भाजपा का समर्थन प्राप्त है। भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना और अजीत पवार की पार्टी एनसीपी के साथ गठबंधन में है।