महाराष्ट्र में शुरू हुई शपथग्रहण की तैयारी, लेकिन CM के नाम पर फंसा है पेंच; शिंदे लेंगे बड़ा फैसला?
- भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को घोषणा की कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), जिसे महाराष्ट्र में महायुति के नाम से भी जाना जाता है, ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की, लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हो सकी है। यही कारण हैं कि महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों अटकलों का बाजार गर्म है। अजित पवार ने भले ही कह दिया है कि भाजपा से ही मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन एकनाथ शिंदे के स्टैंड पर अभी भी सबकी निगाहें जा टिकी हैं। एकनाथ शिंदे इन दिनों बुखार और गले के संक्रमण से पीड़ित हैं। शिंदे के फैमिली डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। डॉ. आर.एम. पात्रे ने बताया कि वह सतारा जिले के अपने गांव में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। एक टीम के तीन से चार डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
इस हफ्ते ही एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व के फैसले को स्वीकार करेंगे। इसने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत संभावना बना दिया है, हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को घोषणा की कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति भी रहेगी। उनके अलावा भाजपा के तमाम बड़े नेता और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंच सकते हैं।
शिंदे लेंगे बड़ा फैसला?
एकनाथ शिंदे के बारे में कहा जाता है कि जब उन्हें कोई बड़ा फैसला लेना होता है तो उससे पहले वह अपने पैतृक गांव जरूर जाती हैं। इस बीच शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रविवार तक बड़ा राजनीतिक फैसला ले सकते हैं। शिरसाट ने कहा, "जब भी शिंदे साहब को विचार करने की जरूरत होती है, वह अपने गांव जाते हैं। कल शाम तक वह बड़ा फैसला ले सकते हैं। सोमवार तक सब स्पष्ट हो जाएगा।"
अगला मुख्यमंत्री भाजपा से
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा, और महायुति के अन्य घटकों से दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। उनके इस बयान ने भाजपा की मुश्किलों को थोड़ा कम जरूर किया है। हालांकि, पवार की पार्टी शुरू से ही डिप्टी सीएम पर ही अपना दावा पेश कर रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा के 288 सीटों में भाजपा ने 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। इसके सहयोगी दल शिवसेना (57 सीटें) और एनसीपी (41 सीटें) ने भी अच्छी संख्या में सीटें जीतीं। 20 नवंबर को हुए मतदान की गिनती 23 नवंबर को की गई। अब सबकी निगाहें 5 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह और मुख्यमंत्री पद के नामांकन पर टिकी हैं।