CM पद को लेकर एकनाथ शिंदे चल रहे नाराज? गृह मंत्री अमित शाह ने दिया जवाब
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एकनाथ शिंदे को नाराज होने का कोई कारण ही नहीं है। हमारी काफी ज्यादा सीट है। पिछली बार भी ज्यादा थी, लेकिन तब भी एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को मिली बंपर जीत के बाद एकनाथ शिंदे की बजाए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया गया। अब राज्य में विभागों के बंटवारे पर चर्चा चल रही है। इस बीच, सीएम पद नहीं मिलने की वजह से एकनाथ शिंदे के नाराज होने की भी अटकलें लगती रहीं। इन तमाम अटकलों और चर्चाओं पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि आप लोगों (मीडिया) का काम है नाराजगी ढूंढते रहना। शिंदे को नाराज होने का कोई कारण ही नहीं है। हमारी काफी ज्यादा सीट है। पिछली बार भी ज्यादा थी, लेकिन तब भी एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया था। ढाई साल पूरे विश्वास के साथ उनके साथ खड़े रहे। इस बार शुरू से ही कहा था कि सीएम कौन होगा, चुनाव के बाद तय होगा। ऐसे में किसी को नाराजगी पालने का जरूरत नहीं है और न ही कोई पाल रहा है।
'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि कैबिनेट बांटने में भी कोई दिक्कत नहीं है। तय कार्यक्रम के हिसाब से ही सब चल रहा है। वहीं, बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मुंबई से पटना क्या मैसेज गया है, इस पर अमित शाह ने कहा कि एनडीए में कोई दरार नहीं आने वाली है, चाहे कुछ भी कर लें। जब शाह से पूछा गया कि अगले चुनाव में नीतीश कुमार को चेहरा बनाकर चुनाव लड़ेंगे या फिर महाराष्ट्र की तरह ही होगा। इस पर अमित शाह ने कहा कि पार्टी के पॉलिसी डिसीजन इस तरह के कार्यक्रमों में डिसाइड नहीं होते हैं। मैं बीजेपी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं। यह पार्लियामेंट्री बोर्ड और नीतीश जी की पार्टी का अधिकार है। सब मिलकर बैठकर तय करेंगे, जिसके बाद बता दिया जाएगा।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार 15 दिसंबर को
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महाराष्ट्र सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 15 दिसंबर को होगा और नए मंत्री नागपुर में आयोजित एक समारोह में पद की शपथ लेंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि 30-32 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। राज्य विधानमंडल का एक सप्ताह तक चलने वाला शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 दिसंबर से शुरू होगा। मुंबई में पांच दिसंबर को एक भव्य समारोह में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद जबकि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। महाराष्ट्र में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 43 सदस्य हो सकते हैं।
बीजेपी को 20-21 मंत्रिपद संभव
इस बीच, भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल गठन को अंतिम रूप देने के लिए उपमुख्यमंत्री शिंदे और अजित पवार से अलग-अलग मुलाकात की। दक्षिण मुंबई में पवार के देवगिरी बंगले पर गहन विचार-विमर्श हुआ, जहां उन्होंने अपने पार्टी नेताओं से मुलाकात की। बीस नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किये गए थे। 'महायुति' गठबंधन ने राज्य की 288 सीट में से 230 सीट जीतकर सत्ता हासिल की थी। 'महायुति' में शामिल भाजपा 132 सीट के साथ सबसे आगे रही। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 और पवार की राकांपा को 41 सीट पर जीत मिली थी। सूत्रों ने बताया कि भाजपा को 20-21 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि शिवसेना को 11-12 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9-10 मंत्री पद मिल सकते हैं।