मुंबई में कब तक दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, कहां तक पहुंचा काम; रेल मंत्री वैष्णव ने बताया
भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना (मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर) देश की परिवहन व्यवस्था में क्रांति लाने की दिशा में अहम कदम है। यह 508 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर जापान की शिंकानसेन तकनीक पर आधारित है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मुंबई के बीकेसी में बुलेट ट्रेन के पहले स्टेशन के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में निर्माणाधीन भूमिगत स्टेशन का दौरा किया और इसकी प्रगति की समीक्षा की। बाद में उन्होंने नवी मुंबई में पनवेल और जुईनगर रेलवे स्टेशनों पर जारी बुनियादी ढांचे के कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही, रेलवे और माल ढुलाई संबंधी प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। बीकेसी दौरे के दौरान रेल मंत्री के साथ नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के साथ ही मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के प्रतिनिधि भी थे। एनएचएसआरसीएल 500 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का क्रियान्वयन कर रहा है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सबसे निचले ‘बी3 बेसमेंट लेवल’ का काम पूरा हो चुका है। रेल मंत्री ने कहा, ‘बीकेसी में बुलेट ट्रेन के पहले स्टेशन के निर्माण का काम बहुत तेजी से चल रहा है। स्टेशन की दीवार का काम शुरू हो चुका है और साथ ही सुरंग का काम भी बहुत तेजी से जारी है।’ उन्होंने कहा कि सुरंग वाले हिस्से से आगे, भूमि अधिग्रहण के बाद महाराष्ट्र खंड में सभी निर्माण कार्य तेज गति से जारी हैं। मंत्री ने कहा कि बीकेसी स्टेशन पर एक बहुमंजिला संरचना की योजना बनाई गई है।
बुलेट ट्रेन स्टेशन पर खुदाई का 76% काम पूरा
एनएचएसआरसीएल के अधिकारियों ने बताया कि बीकेसी बुलेट ट्रेन स्टेशन पर खुदाई का लगभग 76 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। निरीक्षण के बाद मंत्री पुणे के लिए रवाना हो गए, जहां शाम को वह लंबी दूरी की दो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले सप्ताह कहा था कि महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना 2028 तक शुरू हो जाएगी। पनवेल रेलवे स्टेशन का दौरा करने के बाद वैष्णव ने अहम बयान दिया। उन्होंने आने वाले दशकों की मांगों को पूरा करने के लिए मुंबई की रेल क्षमता का विस्तार और इसके स्टेशनों का आधुनिकीकरण करने के लिए सरकार के दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर बात की।