पटवारी परीक्षा पर विवाद के बाद CM शिवराज का ऐक्शन, नियुक्तियों पर रोक; रिजल्ट की फिर से जांच
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा, 'कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-2, उप समूह-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।'
मध्य प्रदेश में पटवारी चयन परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस ने पटवारी परीक्षा में हुई नई नियुक्तियों को लेकर भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अब पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक का आदेश जारी कर दिया है। सीएम शिवराज ने कहा कि एक सेंटर के रिजल्ट की फिर से जांच होगी।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा, 'कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-2, उप समूह-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।'
गौरतलब है कि कांग्रेस ने पटवारियों की नियुक्ति पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस का आरोप है कि टॉप 10 चयनित उम्मीदवारों में से सात ने एक ही सेंटर पर परीक्षा दी थी। कांग्रेस ने यह दावा किया है कि जिस सेंटर से सात उम्मीदवार टॉप 10 में जगह बनाए हैं वह एक भाजपा विधायक का कॉलेज है। ऐसे में अब सीएम शिवराज ने पटवारी चयन परीक्षा में हुई नई नियुक्तियों पर रोक लगा दिया है। साथ ही शिवराज ने उस सेंटर के रिजल्ट को फिर से जांच करने का आदेश दिया है जिसे लेकर कांग्रेस आरोप लगा रही है।
बता दें कि पटवारियों की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस पर सीरीज में झूठ बोलने का आरोप लगाया है। एक ही सेंटर से 7 टॉपर्स वाले सवाल पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सभी टॉपर्स ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ पर अटैक करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 'कमलनाथ जी ने अपने कार्यकाल में एक भी नौकरी नहीं दी। कांग्रेस को तकलीफ इस बात से है कि शिवराज जी एक लाख नौकरी दे रहे हैं हैं।'
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