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AIMIM की हिंदू प्रत्याशी अरुणा उपाध्याय को मिली जीत, बताया क्यों है ओवैसी की पार्टी पसंद

खरगोन नगर पालिका चुनाव में AIMIM ने 7 उम्मीदवार चुनाव में उतरे थे, जिनमें से 3 जीत गए हैं। खरगोन में  AIMIM की जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं। खास बात यह है कि हिंदू प्रत्याशी की भी जीत हुई है।

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, खरगोनWed, 20 July 2022 02:49 PM
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मध्यप्रदेश के निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। पहले चरण में प्रदेश के तीन बड़े स्थानों से AIMIM ने अपना खाता खोल कांग्रेस और भाजपा के उमीदवारों को शिकस्त दी। तो दूसरे चरण में पार्टी ने खरगोन में तीन सीटें जीत ली हैं। खास बात यह है कि मुसलमानों को केंद्र में रखकर राजनीति करने वाले ओवैसी की पार्टी से एक हिंदू प्रत्याशी ने भी जीत हासिल की है। खरगोन नगर पालिका चुनाव में  AIMIM ने 7 उम्मीदवार चुनाव में उतरे थे, जिनमें से तीन उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं। खरगोन में  AIMIM की जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं।  

AIMIM ने खरगोन वार्ड नंबर 2 में रहने वाली अरुणा श्याम उपाध्याय को अपना उम्मीदवार बना कर बड़ा दांव खेला था। अरुणा श्याम उपाध्याय एक गृहणी हैं। उनके पति श्याम उपाध्याय समाजसेवी हैं। अरुणा से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि  AIMIM और असदुद्दीन ओवैसी उन्हें इसलिए पसंद है कि वह संविधान की बात करते हैं। दलित और पिछड़ों की बात करते हैं। या यूं कहें कि वह सभी वर्गों को साथ में लेकर चलने की बात करते हैं। इसलिए मैंने ओवैसी जी की पार्टी जॉइन की और उन्होंने मुझे उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में भी उतारा। 

अरुणा ने कहा, ''मैं असदुद्दीन औवेशी जी का धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मैं उनके विश्वास को कायम रखूंगी। जिस तरह से वह संविधान और सभी वर्गों को साथ में लेकर चलने की बात करते हैं। मैं भी उसी तरह से खरगोन में उनके कदम से कदम मिलाकर काम करूंगी।  पिछले दिनों हम सब ने देखा है कि खरगोन में किस तरह से सांप्रदायिक उन्माद फैला था। मेरी कोशिश रहेगी कि सांप्रदायिक दूरियों को कम कर सभी समुदाय को एकजुट किया जाए। यही हमारी संस्कृति भी है और हमारी पार्टी AIMIM का उद्देश भी यही है । हम सभी को साथ में लेकर चलने की बात करते हैं। हम आने वाले समय में खरगोन मैं एक नया इतिहास लिखेंगे।''

मध्यप्रदेश में एआईएमआईएम (AIMIM) लगातार अपना विस्तार कर रही हैं। प्रदेश के निकाय चुनावों में पहली बार हिस्सा ले रही एआईएमआईएम (AIMIM) ने अपनी जीत का न सिर्फ खाता खोला बल्कि इस जीत में लगातार बढ़ोतरी करते जा रही हैं। प्रदेश के निकाय चुनावों के पहले चरण में खंडवा नगर निगम से एक उम्मीदवार , बुरहानपुर नगर निगम से एक उम्मीदवार और प्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर से दो उम्मीदवार उम्मीदवार जीते हैं तो वहीं अब एआईएमआईएम (AIMIM) ने निमाड़ क्षेत्र के खरगोन नगर पालिका से अपने तीन जीता लिए हैं। इन तीन उम्मीदवारों में सबसे खास बात यह है कि खरगोन के मुस्लिम बहुल क्षेत्र वार्ड नंबर 2 से एआईएमआईएम ने एक हिन्दू समुदाय की महिला उम्मीदवार  अरुणा श्याम उपाध्याय को टिकट देकर मैदान में उतरा था जो अब जीत भी गई हैं। 

बतादें की रामनवमी पर जिस तरह खरगोन में हिंसा भड़की थी उसके बाद यहां का माहौल ही बदल गया था। बावजूद इसके किसी गैरमुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देकर उसे जीता लेना सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। एआईएमआईएम (AIMIM) के खरगोन जिला अध्यक्ष सरफराज खान ने बताया कि हमने  7 उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे। जिसमें से हमारे तीन उम्मीदवारों ने जीत हासिल की हैं। वार्ड नंबर दो से अरुणा श्याम उपाध्याय, वार्ड नंबर 15 से शकील खान और वार्ड नंबर 27 से शबनम अदीब को जीत मिली हैं। 

 एआईएमआईएम (AIMIM) के खरगोन जिला अध्यक्ष सरफराज खान ने कहा कि सरफराज ने कहा की यह जीत हिन्दू और मुस्लमानों की जीत नहीं है यह सविधान में आस्था रखने वालों की जीत हैं। हम इस जीत पर सभी खरगोन वासियों का धन्यवाद व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमारे मुखिया जनाब बेरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी पर विश्वास जताया हैं। हम खरगोन के विकास के लिए कार्य करेंगे। हमने ओवैसी साहब को भी खरगोन आने का नेवता दिया हैं उम्मीद है जल्द ही वह भी खरगोन आ कर हमारी रहनुमानी करेंगे।
 

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