हॉस्टल में पंखे से झूलता मिला IIT इंदौर का छात्र, ऑनलाइन सट्टेबाजी में हार गया था फीस
आईआईटी इंदौर के हॉस्टल में एक छात्र का शव कमरे में लगे पंखे से झूलता पाया गया। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। छात्र ने अपने चचेरे भाई को फोन कर कहा था कि वह ऑनलाइन सट्टेबाजी में फीस हार गया, इसलिए आत्महत्या कर रहा है।
आईआईटी इंदौर के हॉस्टल में एक छात्र का शव कमरे में लगे पंखे से झूलता पाया गया। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। छात्र ने अपने चचेरे भाई को फोन कर कहा था कि वह ऑनलाइन सट्टेबाजी में फीस हार गया है, इसलिए आत्महत्या कर रहा है।
आईआईटी इंदौर के प्रथम वर्ष के एक छात्र का शव परिसर में स्थित उसके छात्रावास के कमरे में छत के पंखे से लटका हुआ पाया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना शुक्रवार रात को हुई। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। हालांकि, मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।पुलिस के मुताबिक, छात्र की पहचान नलगोंडा (तेलंगाना) निवासी 18 साल के रोहित कुमार के रूप में हुई है। कॉलेज प्रबंधन ने घटना की जानकारी परिजनों और सिमरोल थाने को दी।
सिमरोल थाने के सब इंस्पेक्टर रायमल कांसानिया ने बताया कि 3 जनवरी को रात करीब 9 बजे आईआईटी इंदौर के प्रथम वर्ष के छात्र रोहित द्वारा हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर जान देने का मामला सामने आया था। प्रथम दृष्टया मामला फांसी लगाकर आत्महत्या करने का लग रहा है। शनिवार को शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। जब उनसे पूछा गया कि परिवार का दावा है कि यह आत्महत्या नहीं हो सकता। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। वास्तविक कारण पीएम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा।
रोहित के चचेरे भाई रूप सिंह ने कहा कि कल रात हमें कॉलेज से फोन आया कि रोहित ने आत्महत्या कर ली है। इसके बाद हम वहां पहुंचे। 31 दिसंबर को हमने रोहित को कॉलेज की फीस भरने के लिए 40,000 रुपये भेजे थे। रोहित का फोन आया कि वह ऑनलाइन सट्टेबाजी में फीस हार गया है, इसलिए वह आत्महत्या कर रहा है। रोहित के माता-पिता खेतों में मजदूरी करते हैं। रोहित पढ़ाई में बहुत अच्छा था।
रोहित के दोस्त विश्वनाथ ने भी बताया कि रोहित ऑनलाइन गेम खेलता था। उसने अपने मोबाइल पर वॉलपेपर लगा रखा था कि उसकी आत्महत्या का कारण सट्टेबाजी है। विश्वनाथ ने कहा, "रोहित मेरा दोस्त था। हम अपना समय एक साथ बिताते थे। वह ऑनलाइन गेम खेलता था। उसने अपने फोन पर वॉलपेपर लगा रखा था। इसमें लिखा था, "मेरी आत्महत्या के पीछे का कारण यह है। मैं ऑनलाइन सट्टेबाजी गेम का आदी हूं।"
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