Happy Independence Day 2024: आजादी के जश्न को बनाएं यादगार, इस 15 अगस्त परिवार के साथ देख आएं इन 7 में से एक फोर्ट
- Independence Day 2024 Travel: 15 अगस्त का देश के नाम समर्पित होना चाहिए। इस दिन सभी देशवासी सेनानियों को याद कर, उनके सम्मान में झंडा फैराते हैं। इस मौके पर आप परिवार के साथ इन 7 में से एक फोर्ट देखें।
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। इस साल इस दिन को यादगार बनाने के लिए आप कुछ स्पेशल कर सकते हैं। इस दिन सेनानियों की बहादुरी, त्याग को याद करने के साथ ही सम्मान देने के लिए इस दिन पूरे देश में झंडा फहराया जाता है। झंडा तो सुबह फहरा दिया जाता है। इसके बाद ज्यादा तर लोग परिवार के साथ समय बिताते हैं। हालांकि इस मौके पर आप परिवार को इन 7 में से किसी एक फोर्ट पर घुमाने के लिए लेकर जा सकते हैं।
लाल किला, दिल्ली
लाल बलुआ पत्थर से बना यह किला पुरानी दिल्ली में है। यह किला 1857 तक भारत के मुगल सम्राटों के रहने की जगह हुआ करती थी। किले के मुख्य द्वार को लाहौर गेट कहा जाता है। इस किले का निर्माण 17वीं शताब्दी में सम्राट शाहजहां ने करवाया था। इसमें संगमरमर के एक ही खंड से बना एक बहुत बड़ा कमल है।
आमेर किला, जयपुर
राजपूताना और मुगल शैली का यह किला पहाड़ी की चोटी पर है। जहां से मयोटा झील का नजारा दिखाई देता है। किले का माहौल एस्थेटिक है। यहां पर कई दरवाजें हैं जहां से सुंदर नजारा दिखता है। किले की छतों और दीवारों पर शीशे का काम, नक्काशी है।
जैसलमेर किला, जैसलमेर
जैसलमेर शहर में स्थित, जैसलमेर किला दुनिया के सबसे बड़े फोर्ट में से एक है। इसे 1156 ईस्वी में राजपूत शासक रावल जैसल ने बनवाया था। यह किला थार रेगिस्तान के रेतीले विस्तार के बीच स्थित है। इसकी विशाल पीली बलुआ पत्थर की दीवारें दिन के दौरान पीले-भूरे रंग की दिखाई देती हैं और जैसे ही सूरज अपनी स्थिति बदलता है, उनका रंग बदल जाता है।
गोलकुंडा किला, हैदराबाद
गोलकुंडा या गोला कोंडा दक्षिणी भारत का एक विशाल गढ़ है। यह किला हैदराबाद से 11 किलोमीटर पश्चिम में है। इसे एक ग्रेनाइट पहाड़ी पर बनाया गया था जो 480 फीट ऊंची है। गोलकुंडा किले में एक तहखाना था जहां बहुत फेमस कोहिनूर और होप हीरे बाकी दूसरे हीरों के साथ रखे थे।
चित्तौड़गढ़ किला, चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ किला चित्तौड़गढ़ में स्थित भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है। किला भव्य रूप से 180 मीटर ऊंची पहाड़ी पर फैला हुआ है। ये किला शहर के इतिहास का प्रतीक है। इस शानदार किले पर ज्यादातर राजपूत राजाओं का शासन था।
झांसी का किला, झांसी
'झांसी रानी का किला' के नाम से मशहूर, झांसी किला 1613 में ओरछा के राजा राजा बीर सिंह जी देव द्वारा बनवाया गया था। यह बंगरा नामक चट्टानी पहाड़ी पर है। इस किले में 10 दरवाजे हैं, जिनमें खंडेरो दरवाजा, चांद दरवाजा, दतिया दरवाजा, सैनयार दरवाजा, उन्नाव दरवाजा, ओरछा दरवाजा, झरना दरवाजा, सागर दरवाजा और लक्ष्मी दरवाजा शामिल हैं। ये किला बुन्देलखण्ड की ऐतिहासिक विरासत की जानकारी देता है।
जूनागढ़ किला, बीकानेर
जूनागढ़ किला राजस्थान के उन बहुत कम किलों में से एक है जो किसी पहाड़ी पर नहीं बने हैं। इस किले में कई महल और मंदिर हैं, जो लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बने हैं। इस किले में एक म्यूजियम भी है जिसमें राजाओं और रानियों की अलग-अलग चीजें रखी गई हैं।
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