दिल जीत लेंगी मुनव्वर फारूकी की प्यार वाली शायरियां, स्टेटस पर लगाने के लिए जरूर पढ़ें
- प्यार में चाहें किसी से दिल लगा हो या फिर दिल टूटा हो, दोनों ही फीलिंग्स को बयां कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में शायरियां खूब काम आ सकती हैं। यहां देखिए मुनव्वर फारूकी की बेहतरीन शायरियां जो स्टेटस पर लगाने के लिए बेस्ट हैं।
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प्यार होना या फिर प्यार का खो जाना दो अलग-अलग फीलिंग्स है। अलग होने के बावजूद भी दोनों को एक्सप्रेस करना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में शायरियों के जरिए आप अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस कर सकते हैं। यहां मुनव्वर फारूकी की कुछ बेहतरीन शायरियां हैं जो स्टेटस पर लगाई जा सकती हैं। इनमें कुछ शायरियां ऐसी हैं जो आप अपने पार्टनर के साथ भी शेयर कर सकते हैं।
1) अब नहीं है हम चिरागों के मोहताज,
उसकी आंखें महफिले रोशन करती हैं,
मै किताबें फिर से अलमारी मे रख आया हूं,
सुना है वह बा कमाल इंसान पढ़ती है।
2)हर जगह बड़े मायूस से चेहरे नजर आ रहे हैं,
लगता है अब उसने सजना बंद कर दिया है।
3) कुछ रास्ता लिख देगा,
कुछ मैं लिख दूंगा
वो लिखते जाएंगे मुश्किल,
मैं मंजिल लिख दूंगा।
4)कितना दिल दुखाओगे बस करो
ये काला काजल लगाना बस करो
एक बार अगर देख लीं जुल्फे खुली किसी ने,
मर जायेंगे कई, सुनो बाल बांध लो।
5) मैं फरेब से फरेब कर लूं
तेरे बाद खुद को कैद कर लूं
तुझे भी इश्क था मेरी इस लिखाई से
क्या खूबी को अब मैं ऐब कर लूं?
6)बिन बताये उसने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़कर उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकद्दर में गम आये तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
7)आसान सा कुछ करना होता तो पहाड़ तोड़ लेते,
हम तो कमबख्त इश्क करना था।
8)वो राज की तरह मेरी बातों में था,
जुगनू जैसे मेरी काली रातों में था,
किस्सा क्या सुनाऊ तुम्हें कल रात का,
सितारों की भीड़ में, वो चांद मेरे हाथों में था।
9)वो मुझे दूर करने की ज़िद लिए बैठा है,
साथ चलना नहीं है मंजिल का वादा कर बैठा है,
मुझे मोहब्बत है समंदर की उन लहरों से,
और मेरा महबूब पहाड़ों को दिल दिए बैठा है।
10) वो जुल्फों से दिन में रातें करती है,
उनकी आंखे ताउम्र की वादे करती है,
भरती है आहें हमारी आवाज को छूकर,
वो बस मुसकुरा के बरसा के करती है।
11) सिरहाना खाली मुझे याद तेरी आ रही है,
भूख मर चुकी है, फिकर तेरी खा रही है।
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