बच्चों की गर्मी छुट्टियां बन जाएंगी मजेदार जब इन बातों के साथ करेंगे प्लानिंग

स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं, साथ ही शुरू हो चुकी है बच्चों की मौज-मस्ती। पर, एक अभिभावक के रूप में छुट्टियों में भी बच्चे के रुटीन को एक दिशा देने की जरूरत है ताकि वह मौज-मस्ती के साथ-साथ कुछ नया व अनूठा भी सीख सकें।

Aparajita हिन्दुस्तानFri, 31 May 2024 03:31 PM
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अपने से एक पीढ़ी पहले के लोगों से परवरिश से जुड़ी बातचीत करके देखिए। उनका मानना है कि आज की पीढ़ी बेकार ही परवरिश के नाम पर इतनी हाय-तौबा मचाती है। बच्चे पहले भी तो पल ही जाते थे। पर, पुरानी पीढ़ी इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है कि समय के साथ काफी कुछ बदला है। समय बदला है। तकनीक का हमारी जिंदगी में दखल बढ़ा है और इसके परिणामस्वरूप बच्चों में बदलाव आया है। पहले गर्मी की छुट्टी शुरू होने पर मां-बाप के चेहरे पर शिकन नहीं आती थी। पर, अब तो छुट्टी के नाम पर ही उनकी चिंता बढ़ा जाती है। बच्चे तो पहले की तरह ही जोश में रहते हैं, पर अभिभावक इसी चिंता में रहते हैं कि सब कुछ मैनेज कैसे होगा। सब कुछ मैनेज हो जाएगा, पर उसके लिए आपको पहले से कुछ तैयारियां करनी होंगी

छुट्टियों में कुछ तो खास है

जैसे हम गर्मी की छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार करते थे, ठीक वैसे ही हमारे बच्चे भी इनका इंतजार करते हैं। छुट्टियां यानी दोस्त और परिवार के साथ ढेर सारा वक्त। छुट्टियां यानी एक ही जैसे रुटीन से लंबा ब्रेक। छुट्टियां यानी अपनी मनमर्जी। पर, अगर बच्चों को उनकी मनमर्जी से छुट्टियां बिताने दे दिया जाए, तो समझो हम अभिभवकों की शामत। ऐसे में यह भी एक चुनौती ही है कि बच्चे मौज-मस्ती भी करें और साथ में रुटीन में भी रहें। खूब घूमे-फिरें, पर अपना हॉलीडे होमवर्क भी पूरा कर लें। स्कूल में मिलने वाली अन्य छुट्टियों की तुलना में गर्मी की छुट्टियां सबसे लंबी होती हैं। ये छुट्टियां इतनी लंबी होती हैं कि बच्चे आराम भी कर सकें और साथ ही नई-नई गतिविधियों को भी आजमा सकें। यह सब तभी संभव है, जब एक अभिभावक के रूप में आप कुछ बातों को पहले से ही ध्यान में रखें

बनाएं छुट्टियों का कैलेंडर

गर्मी की ये छुट्टियां बच्चों के लिए यादगार बनें, इसके लिए जरूरी है कि पहले से ही योजना बनाई जाए। बच्चे के साथ मिलकर छुट्टियों का एक कैलेंडर बनाएं, जिसमें प्रत्येक सप्ताह की योजनाएं हों। अगर आप कामकाजी हैं और ऑफिस की जिम्मेदारियों के चलते इस साल गर्मी की छुट्टी में कहीं घूमने नहीं जा पा रही हैं, तो हर सप्ताहांत में आसपास के इलाके में कहीं घूमने जाने की योजना बनाएं। इसमें कैंपिंग, पिकनिक, म्यूजियम और वॉटर पार्क जैसी जगहों पर जाने की योजना बनाएं। कैलेंडर में पहले से ही इन गतिविधियों को शामिल करने का फायदा यह होगा कि बच्चा हर सप्ताह का बेसब्री से इंतजार करेगा।

खाने-पीने की भी हो प्लानिंग

बच्चा स्कूल जाता है, तो एक तय रुटीन को अपनाता है। इसका फायदा यह होता है कि ना सिर्फ उसकी दिनचर्या बेहतर होती है बल्कि उसका खानपान भी संतुलित रहता है। छुट्टियां शुरू होते ही खासतौर से खाने-पीने के मामले में संतुलन और पोषण नाम का शब्द उसकी जिंदगी से बाहर हो जाता है। इस साल बच्चे के साथ ऐसा ना हो, इसके लिए छुट्टियों के लिए उसका एक डाइट चार्ट भी बनाएं, जिसमें खाने व नाश्ते के साथ-साथ रिफ्रेशमेंट को भी शामिल करें। बच्चे के खाने-पीने का रुटीन पहले से ही तय करने से बच्चे में पोषण की कमी नहीं होगी और साथ ही इस तेज गर्मी वाले मौसम में वह बीमार पड़ने से बचा रहेगा।

साथ से बनेगी बात

गर्मी की छुट्टियों का बच्चे इसलिए भी बेसब्री से इंतजार करते हैं ताकि वो परिवार के विभिन्न सदस्यों के साथ वक्त बिता सकें। बच्चे के साथ गर्मी की छुट्टी की योजना बनाते वक्त इस बात को भी प्लानिंग में शािमल करें। आप बच्चे के साथ उसकी पसंद की फिल्म देखने की योजना बना सकती हैं या फिर बच्चे की पसंदीदा जगहों पर घूमने जा सकती हैं। अगर आप कहीं बाहर नहीं जा सकती हैं तो बच्चे के पसंदीदा रिश्तेदारों जैसे दादा-दादी या नाना-नानी को घर बुलाने की भी योजना बना सकती हैं। बड़े-बुजुर्गों के साथ का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता। इनके साथ बिताया गया हर वक्त बच्चे को जिंदगी भर याद रहता है।

बोरियत का नामोनिशां नहीं

आज के समय में चार साल के बच्चे के मुंह से भी आप सुन सकती हैं कि मैं बहुत बोर हो रहा हूं। आपका बच्चा बोर ना हो, इसके लिए उसके रुटीन को थोड़ा लचीला बनाकर रखें। बच्चे को उनकी मर्जी का खेल खेलने, उनकी पसंद की गतिविधियां करने और दोस्तों के साथ वक्त बिताने का भी समय दें। अपनी मर्जी से कुछ वक्त बिताने की आजादी देने से बच्चा अपनी छुट्टियों का भरपूर मजा ले पाएगा।

खेल देंगे खुशी

अपने बच्चे को लेकर आपकी चाहे जो भी अपेक्षाएं हों, पर उसके केंद्र में हमेशा बच्चे की खुशी होनी चाहिए। एक अभिभावक के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी है कि चाहे स्कूल खुले हों या फिर गर्मी की लंबी छुट्टियां हों, हम उनकी खुशी का पूरा ध्यान रखें। छुट्टियों में अपने बच्चे का स्क्रीन टाइम अगर आपको भी बहुत ज्यादा परेशान करता है, तो आपको उसकी दिनचर्या में कुछ मजेदार खेल और गतिविधियो ंको शामिल करना होगा ताकि उसकी जिंदगी में ना सिर्फ मौज-मस्ती का पलड़ा भारी रहे बल्कि इस क्रम में वह कुछ नया भी सीखता रहे:

ढूंढ़ो और सीखो

तरह-तरह के सुराग यानी क्लू के आधार पर सवालों के जवाब तलाशने में बच्चों को बहुत मजा आता है। गर्मी की छुट्टियों के लिए अपने बच्चों के लिए ऐसा ही खेल तैयार करें, पर उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए। प्री-स्कूल के बच्चों के लिए रंग और शेप के आधार पर सवाल और क्लू तैयार करें। उससे बड़े बच्चों लिए आप नर्सरी राइम्स वाला क्लू तैयार कर सकती हैं। इससे थोड़े बड़े बच्चों के लिए विभिन्न विषयों जैसे इतिहास, गणित और विज्ञान जैसे विषयों के आधार पर सवाल और क्लू तैयार किए जा सकते हैं। इस खेल को तैयार करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि क्लू मजेदार और बच्चे को नई जानकारी देने वाले हों।

सूरज से कलाकारी

अगर बच्चे को आर्ट एंड क्राफ्ट का शौक है, तो यह वाला आइडिया उसे बहुत ज्यादा पसंद आएगा। घर के जिस हिस्से में धूप आती है, वहां एक छोटे से टेबल पर उसे एक ए-4 पेपर टेप से चिपकाने के लिए कहें। अब उस कागज पर अलग-अलग आकार में कटे कागज जैसे फूल-पत्ती या सामान जैसे चम्मच या छोटा ढक्कन रखने के लिए कहें। आप इन सामग्री को टेप से भी चिपका सकती हैं। धूप में चार से पांच घंटे इन सभी सामग्री को ऐसे ही छोड़ दें। सूरज की पराबैंगनी किरणें नीचे चिपके कागज के उन हिस्सों पर परछाई छोड़ देंगी, जहां कोई सामान नहीं रखा हुआ है। उस कागज का इस्तेमाल बच्चा ग्रीटिंग काड्र्स या फिर सजावट का कोई सामान बनाने के लिए कर सकता है।

किताबों वाला खेल

हम सब चाहते हैं कि हमारे बच्चे किताबें पढ़ें। पर, बच्चों में यह आदत विकसित कर पाना आसान नहीं। यह खेल बच्चों को गर्मी की छुट्टी में किताब पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। सबसे पहले बच्चे की उम्र को ध्यान में रहते हुए किताबें चुनें और उन्हें खरीदें। अब बच्चे के कमरे में एक बोर्ड तैयार करें। उस पर आठ से दस लिफाफे चिपकाएं और हर लिफाफे के लिए कोई ना कोई पुरस्कार तय करें। हर लिफाफे में किताबों का नाम लिखें। अब बच्चा जो-जो किताबें पढ़ता जाएगा, उस नाम वाला लिफाफा और उसके भीतर रखा उपहार उसका। यकीन मानिए, इस खेल से बच्चा ना सिर्फ खूब किताबें पढ़ेगा बल्कि स्क्रीन से भी दूर रहेगा।

स्क्रीन टाइम की चुनौती

750 अभिभावकों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि गर्मी की छुट्टियों में बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ जाता है। शोध में शामिल 90 प्रतिशत अभिभावकों ने माना कि बच्चे छुट्टियों में शारीरिक रूप से कम सक्रिय हो जाते हैं और स्क्रीन के सामने ज्यादा वक्त बिताने लगते हैं। 69 प्रतिशत से ज्यादा अभिभवकों ने माना कि औसतन बच्चे तीन घंटे से ज्यादा का वक्त इन छुट्टियों में स्क्रीन के सामने बिताते हैं। अध्ययन में शामिल 96 प्रतिशत अभिभावक लगातार ऐसे आइडिया की तलाश में हैं, जिससे बच्चे स्क्रीन से दूर रहकर कुछ मजेदार एक्टिविटी में अपना समय बिता सकें। 45 प्रतिशत अपने बच्चों को सामाजिक शिष्टाचार सिखाना चाहते हैं, वहीं 36 प्रतिशत का रुझान परफॉर्मिंग आट्र्स जैसे डांस, म्यूजिक या इंस्ट्रूमेंट सिखाने की ओर था। वहीं 32 प्रतिशत अभिभावक व्यायाम या खेल सीखने के लिए बच्चे को प्रेरित करना चाहते थे।

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