डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, हर मां-बाप बच्चों को जरूर सिखाएं ये 5 बातें; जीवन में जरूर होंगे सक्सेसफुल
- सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि जीवन में और भी कई चीजें हैं जो हर मां-बाप को अपने बच्चों को जरूर बतानी चाहिए। डॉ विकास दिव्यकीर्ति की बताई हुई ये 5 बातें उन्हीं में से एक हैं।
हर पेरेंट्स की इच्छा होती है कि उनका बच्चा बड़ा होकर एक सक्सेसफुल इंसान बने। बच्चे के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पेरेंट्स जी-जान लगाकर कोशिश करते हैं। उन्हें अच्छी से अच्छी एजुकेशन देना, कोचिंग, ट्यूशन आदि की सुविधा देना; पेरेंट्स अपनी जिम्मेदारी समझते हैं और ये सही भी है। पर बच्चे को सिर्फ अच्छे स्कूल में दाखिल करा देने से या अच्छे ट्यूशन या कोचिंग क्लास लगा देने से बच्चा सक्सेसफुल नहीं बन जाता। इसके लिए बच्चे को कुछ चीजों के लिए खुद से प्रिपेयर करना भी जरुरी है। जानें-मानें आईएएस कोचिंग सेंटर दृष्टि के संस्थापक डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने बच्चों की सही परवरिश को ले कर कुछ टिप्स दिए हैं। जिसमें पढ़ाई की इतर भी बच्चों को कुछ और जरूरी बातें सिखाने पर जोर दिया गया है। तो चलिए आज इन्हीं पर बात करते हैं।
बच्चे को सिखाएं सम्मान का पाठ
एक सक्सेसफुल इंसान बनने का मतलब सिर्फ ये नहीं है कि बच्चा बड़ा होकर पैसा कमाना शुरू कर दे। बल्कि एक सक्सेसफुल इंसान वो होता है जो फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट होने के साथ-साथ, एक अच्छा इंसान भी हो। बच्चे को बचपन से ही सम्मान का पाठ पढ़ाना बहुत जरूरी है। बच्चों को सिखाना चाहिए कि वो अपने माता-पिता, गुरु, अपने से बड़ों के साथ-साथ अपने से छोटों का भी सम्मान करें। बच्चों को बताए कि जैसे आप जीवन में दूसरों से सम्मान चाहते हैं उसी तरह दूसरों का सम्मान करना भी उतना ही जरूरी है।
बच्चे को सिखाएं प्यार की भाषा
फ्यूचर में आपका बच्चा एक सक्सेसफुल इंसान बने इसके लिए बचपन से ही उन्हें प्यार से बात करना सिखाना जरूरी है। समाज में एक बेहतर और सम्मानित इंसान बनने के लिए, स्वभाव में विनम्रता होना बहुत जरूरी है। कोई बच्चा बड़ा होकर विनम्र स्वभाव वाला व्यक्ति तभी बनेगा जब उसे बचपन से ही प्यार का महत्व समझाया जाएगा और प्यार की भाषा सिखाई जाएगी।
बच्चे की गलतियों को ना करें नजरंदाज
डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति का कहना है कि बच्चों की गलतियों को ग्लोरीफाई यानी महिमामंडित करना बहुत ही खतरनाक है। गलतियां सबसे होती हैं लेकिन बच्चों को अपनी गलतियों एक्सेप्ट करना सिखाएं। अगर वो कोई गलती करते हैं तो उन्हें उसे मानकर सॉरी बोलने को कहें। इससे बच्चे कम उम्र से ही जिम्मेदार बनते हैं और अपनी गलतियों को सुधारकर, उनसे बहुत कुछ सीखकर आगे बढ़ते हैं।
बच्चे को सिखाएं हार को एक्सेप्ट करना
जीवन में सक्सेस पाने के लिए कई जगहों पर जीतना जरूरी है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि हार को बिल्कुल एक्सेप्ट ही ना किया जाए। हार और जीत दोनों ही जीवन के दो हिस्से हैं। यह जरूरी नहीं है कि जीवन में हमेशा जीत ही मिले इसलिए बच्चों को सक्सेसफुल बनाने के लिए उसे जीत के लिए मोटिवेट करने के साथ-साथ, हार को एक्सेप्ट करना भी सिखाएं।
बच्चों में डालें शेयरिंग की आदत
बच्चों को बचपन से ही चीजें शेयर करना जरूर सिखाना चाहिए। कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो अपनी चीज किसी को दिखाना तक पसंद नहीं करते। बचपन में ये आदत भले ही नॉर्मल लग सकती है लेकिन बड़े होने पर ये आदत अपने बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित होती है। दअरसल शेयरिंग करने से आपस में मेल-जेल, सहानुभूति की भावना बढ़ती है, जो जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी है।
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