Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़पेरेंट्स गाइडfive signs that shows your child need more discipline in life and less pampering from your side

बच्चे में दिख रहे ये 5 संकेत तो मां-बाप तुरंत दें ध्यान, कहीं ज्यादा लाड़-प्यार खराब ना कर दे उसका भविष्य

हर पैरेंट्स अपने बच्चे को खूब प्यार दुलार करते हैं। हालांकि इस लाड-प्यार के चक्कर में कई बार मां-बाप थोड़े से लापरवाह भी हो जाते हैं, जिससे बच्चों में कुछ बुरी आदतें डल जाती हैं। ये आदतें उनके भविष्य पर भी बुरा असर डाल सकती हैं।

Anmol Chauhan लाइव हिन्दुस्तानTue, 28 Jan 2025 03:52 PM
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बच्चे में दिख रहे ये 5 संकेत तो मां-बाप तुरंत दें ध्यान, कहीं ज्यादा लाड़-प्यार खराब ना कर दे उसका भविष्य

बच्चे की सही परवरिश करना बड़ा ही चैलेंजिंग काम है। पैरेंट्स की तरफ से जरा भी ढील हुई नहीं कि बच्चा गलत राह की ओर बड़ी आसानी से बढ़ जाता है। अब जरा पैरेंट्स के लाड-प्यार की ही बात करें तो ये स्वाभाविक है कि हर मां-बाप के लिए उनका बच्चा सबसे प्यारा होता है। वो उसे दुनिया की हर खुशी देना चाहते हैं, जिसमें कोई भी समस्या नहीं। असल परेशानी तो तब खड़ी होती है जब इस लाड-प्यार की सीमा ही खत्म हो जाती है। बच्चे से लगाव इस कदर बढ़ जाता है कि उसकी बड़ी से बड़ी गलतियां भी आसानी से नजरंदाज कर दी जाती हैं। यह शायद बचपन में आपको नॉर्मल लगे लेकिन ये आदतें बच्चे के भविष्य तक को प्रभावित कर सकती हैं। इसी सिलसिले में आज हम आपको कुछ ऐसे संकेत बताने वाले हैं, जो बताते हैं कि आपके ज्यादा लाड-प्यार ने आपके बच्चे को बिगाड़ दिया है। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।

जब करने लगे अपनी मनमानी

बच्चों का थोड़े बहुत नखरे करना और बात मानने में आनाकानी करना नॉर्मल है। लेकिन जब बात हद से ज्यादा बढ़ जाए तो पैरेंट्स को थोड़ा सा सतर्क होने की जरूरत है। अगर बच्चा हर बात पर अपनी मनमानी करने लगे, आपकी किसी बात को सुनने या मानने के बजाय हर बात में अपनी मर्जी चलाने लगे, तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपका बच्चा बिगड़ रहा है। ऐसे में पैरेंट्स को अपना लापरवाही वाला रवैया छोड़कर थोड़ी समझदारी से काम लेने की जरूरत है।

किसी की फीलिंग्स की ना करे कद्र

बचपन से ही बच्चे को लोगों के इमोशन की कद्र करना सिखाना चाहिए। लेकिन अगर आपका बच्चा अड़ियल स्वभाव का होता जा रहा है और उसे किसी की भावनाओं का खास कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है, तो ये कोई अच्छे संकेत नहीं। जब बच्चे को सिर्फ अपने अलावा किसी के दुख या सुख का एहसास ही नहीं होगा, तो आगे चलकर वो एक अच्छा इंसान तो बिल्कुल भी नहीं बन पाएगा।

अगर हार ना कर सके बर्दाश्त

हार और जीत जीवन के दो पहलू है और हर इंसान को इन दोनों को ही झेलना आना चाहिए। मां-बाप का फर्ज होता है कि वे अपने बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए प्रोत्साहित तो करें ही, साथ में असफलताओं का सामना करने के लिए भी तैयार करें। अगर आपका बच्चा हार को बर्दाश्त नहीं कर पाता और हार का सामना करने पर वह रोना-धोना शुरू कर देता है या गुस्सा दिखाना शुरू कर देता है, तो यह सही संकेत नहीं है। इस तरह के बिहेवियर को बदलने की सख्त जरूरत है।

हर बात में करने लगे जिद

जिद करना नॉर्मल तौर पर लगभग हर बच्चे की आदत होती है। लेकिन अगर आपका बच्चा हर बात पर ही जिद करने लगा है और अपनी डिमांड पूरी न होने पर गुस्से में पूरा घर सिर पर उठा देता है, चीखना-चिल्लाना शुरू कर देता है, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। इस रिश्ते में अगर आपने अभी से ध्यान देना शुरू नहीं किया, तो ये आपके बच्चे के भविष्य के लिए भी सही नहीं है।

बात-बात पर बोलने लगे झूठ

झूठ बोलना किसी भी मायने में सही नहीं है। ऐसे में अगर आपके बच्चे को झूठ बोलने की आदत पड़ रही है, वह बात-बात पर झूठ बोलने लगा है और अक्सर अपनी गलतियों को दूसरों पर थोप देता है। तो ऐसी स्थिति में भी आपको अपने बच्चे पर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चे के इस रवैए को बिल्कुल भी नजरंदाज ना करें क्योंकि ऐसी आदतों की शुरुआत अक्सर बहुत छोटी होती है लेकिन बाद में ये इनका नतीजा बहुत ही खतरनाक भी हो सकता है।

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