प्रेग्नेंसी में भूलकर भी ना खाएं ये 5 फल, मां और बच्चे दोनों के लिए हो सकते हैं खतरनाक
प्रेग्नेंसी में खानपान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ही फलों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें गर्भवती महिला को नहीं खाना चाहिए। ये मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे, दोनों को ही बहुत खास केयर की जरूरत होती है। थोड़ी सी लापरवाही ही दोनों की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है। इसमें कई चीजों के अलावा मां का सही खानपान सबसे ज्यादा ज्यादा मायने रखता है क्योंकि उसका सीधा असर बच्चे की सेहत पर पड़ता है। हालांकि अक्सर महिलाएं जानकारी के अभाव में कुछ ऐसी चीजों का सेवन कर बैठती हैं, जो उनकी और बच्चे की सेहत के लिए खतरनाक हो सकती हैं। आमतौर पर हेल्दी समझकर खाए जाने वाले कुछ फल भी प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। तो चलिए आज कुछ ऐसे ही फलों के बारे में जानते हैं।
प्रेग्नेंसी में ना खाएं अनानास
प्रेग्नेंसी में भले ही आपका मन खट्टा-मीठा अनानास खाने का हो लेकिन इस दौरान इसका सेवन भूलकर भी ना करें। दरअसल अनानास में 'ब्रोमेलैन' नामक तत्व मौजूद होता है, जो प्रेग्नेंसी में नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा मात्रा में अनानास खाने से गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में बेहतर यही है कि प्रेग्नेंसी में अनानास खाने से परहेज ही करें।
गर्भवती महिलाएं ना खाएं ज्यादा अंगूर
प्रेग्नेंसी में ज्यादा अंगूर खाना भी नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल अंगूर में 'रेसवेराट्रोल' नामक तत्व मौजूद होता है, जो प्रेगनेंट महिलाओं के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। प्रेग्नेंसी में ज्यादा अंगूर खाने से मां को कई हेल्थ रिलेटेड इश्यूज का सामना करना पड़ सकता है, वहीं बच्चे की सेहत भी इफेक्ट हो सकती है। हालांकि डॉक्टर की सलाह से थोड़े बहुत अंगूर अपनी डाइट में शामिल किए जा सकते हैं।
इमली खाना भी नहीं है सही
प्रेग्नेंसी के दौरान खट्टी-खट्टी इमली खाने का मन होना स्वाभाविक है। हालांकि सेहत के लिहाज से यह बिल्कुल भी ठीक नहीं। खासतौर से प्रेग्नेंसी के पहले ट्राइमेस्टर यानी तीन महीने तो इमली का सेवन कम से कम ही करना चाहिए। दरअसल इमली में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के प्रोडक्शन को कम करने में मदद करते हैं। ऐसे में ज्यादा इमली खाने की वजह से मिसकैरेज का खतरा भी बढ़ सकता है।
प्रेग्नेंसी में ना खाएं कच्चा पपीता
गर्भवती महिलाओं को ज्यादा कच्चा पपीता भी अपनी डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए। कच्चे पपीते को मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। खासतौर से इसमें मौजूद लेटेक्स को भ्रूण के लिए नुकसानदायक माना जाता है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के ज्यादा कच्चे पपीते को अपनी डाइट में शामिल करने से बचें।
इन स्थितियों में ना खाएं केला
प्रेग्नेंसी के दौरान केला खाना वैसे तो काफी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए ही काफी फायदेमंद होते हैं। हालांकि कुछ स्थितियों में गर्भवती महिलाओं को केला खाने से परहेज करना चाहिए। जिन महिलाओं को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए केला खाना सुरक्षित नहीं माना जाता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान एलर्जी या जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या होने पर भी केला खाने से परहेज करना चाहिए।
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