अपनी खुशी के लिए लें फैसला, इस तरीके को अपनाकर दूसरों की टिप्पणियों का नहीं होगा असर
- हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर
कुछ सवालों के जवाब मुश्किल नहीं होते फिर भी उनके जवाब खोजना कुछ लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। इस बार मनोविशेषज्ञ एक्सपर्ट डॉ. गगनदीप कौर देंगी आपके सवालों के जवाब। जानिए
• मैं घर की बड़ी बेटी हूं और कुछ साल पहले पिता की अचानक मृत्यु के बाद से घर की सारी जिम्मेदारी उठा रही हूं। मेरे दो छोटे भाई-बहन हैं, जो अब नौकरी करने लगे हैं। मैं अपने पसंद के व्यक्ति से शादी करना चाहती हूं। पर, घर में शादी की बात शुरू करते ही मां समेत मेरे भाई-बहन भी विरोध करने लगते हैं। मैं उन लोगों का यह स्वभाव समझ ही नहीं पा रही। मुझे आगे क्या करना चाहिए?
- नेहा श्रीवास्तव, लखनऊ
हर व्यक्ति अपने नजरिये से जिंदगी को जीता है। संभव है कि आपकी मां और भाई-बहनों को इस बात का डर है कि शादी के बाद आप घर-परिवार की वो सारी जिम्मेदारियां नहीं उठाएंगी, जो अब तक उठा रही थीं। उनके मन में असुरक्षा का बढ़ता भाव सही और गलत में उन्हें फर्क नहीं करने दे रहा है। आपने लंबे समय तक दूसरों के लिए अपनी जिंदगी को जिया है और परिवार के अन्य सदस्यों की तरह आपको भी यह पूरा हक है कि आप अपनी खुशियों और अपने भविष्य के बारे में सोचें। अपने लिए वो सारे फैसले लें, जिनसे आपको खुशी मिलती है। जब भी आप अपने लिए फैसले लेंगी तो उस वक्त आपको थोड़ा विरोध का सामना तो करना ही होगा। तो मेरी राय है आपसे कि आप अपने घरवालों के साथ बैठकर इस मुद्दे पर खुलकर बात करें। उनके मन में जो असुरक्षा के भाव हैं, उन्हें दूर करने की कोशिश करें। उन्हें बताएं कि आप शादी के बाद उनके लिए क्या कर सकती हैं और क्या नहीं कर पाएंगी। आपको एक सीमा रेखा खींचनी होगी और इस बारे में सभी पक्षों को स्पष्ट रूप से बताना भी होगा। अब आपके भाई-बहन दोनों कमाते हैं और वे इतने सक्षम हो चुके हैं कि अपने साथ-साथ मां की भी अच्छी तरह से देखभाल कर सकें। आपको अपने जीवन में आगे जरूर बढ़ना चाहिए। कभी-कभी हम लोगों को अपना पक्ष समझा पाते हैं और कई दफा ऐसा नहीं भी हो पाता है। अगर आपके घरवाले आपकी बात और आपके पक्ष को समझने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आपको उनके सामने अपना पक्ष रखने के बाद आगे बढ़ जाना चाहिए। कभी-कभी जिंदगी में कुछ कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं और आपको भी अपनी जिंदगी से जुड़ा यह निर्णय ले लेना चाहिए, फिर चाहे घरवाले आपका साथ दें या ना दें।
• मेरे पति अकसर मेरे पहनावे से लेकर मेकअप तक में गलतियां निकालते रहते हैं। अन्य लोगों से मेरी तुलना करना और सामने वाले को अच्छा और मुझे खराब साबित करना उनका प्रिय काम है। मैं उन्हें कई बार कह चुकी हूं कि मैं जैसी भी हूं, अच्छी हूं और उनका इस तरह बार-बार मेरी तुलना दूसरों से करना मुझे पसंद नहीं। पर, उन पर इस सबका कोई असर नहीं पड़ता। स्थिति में बदलाव लाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
- पूजा मिश्रा, बोकारो
अपनी बुराई सुनना किसी को भी पसंद नहीं होता। और जब यह बुराई कोई नजदीकी व्यक्ति जैसे पति करे और बार-बार करे, तो और भी ज्यादा खराब लगता है। सबका अपना-अपना स्वभाव होता है। कुछ लोग सामने वाले की बुराई इसलिए करते हैं क्योंकि वे खुद भीतर से असुरक्षित महसूस कर रहे होते हैं। उनका स्वभाव नकारात्मक होता है और वे हमेशा दूसरों में गलतियां तलाशते रहते हैं। आप अपने पति को उनके इस स्वभाव के बारे में कई बार कह चुकी हैं और बावजूद इसके वे आपकी तुलना दूसरों से करना बंद नहीं करते तो अब पति को बदलने की कोशिश करना बंद कर दें। साथ ही उनकी टिप्पणियों से प्रभावित होना भी बंद कर दें। उनकी बातों पर प्रतिक्रिया देना बंद करें। माना यह मुश्किल काम है, पर कुछ दिनों की कोशिश से आप ऐसा करने में कामयाब हो जाएंगी। आप अच्छी हैं या फिर बुरी हैं, यह आप तय करेंगी। किसी और को यह तय करने का अधिकार ना दें। अगर आप ऐसा करने में सफल हो जाती हैं, तो ज्यादा सुखमय जीवन बिता पाएंगी।
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