Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़जीवन मंत्रConfused About Life related questions know the answer from a psychologist

मूड स्विंग्स करना हो कंट्रोल या फिर पार्टनर से करनी है रिश्ता खत्म करने की बात, एक्सपर्ट से जानिए अपने हर सवाल का जवाब

  • हम सबकेपास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों केजवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर

Avantika Jain लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 13 July 2024 11:57 AM
share Share
Follow Us on

अगर आपकी जल्द शादी होने वाली है और अपनी होने वाली फैमिली के बारे में बहुत ज्यादा सोचती हैं, या फिर बहुत ज्यादा मूड स्विंग से परेशान हैं तो एक्सपर्ट से जानिए की इसे कैसे नियंत्रित करें। 

• मैं अपने ही मूड स्विंग से बहुत ज्यादा परेशान रहती हूं। यह समस्या वैसे तो हमेशा ही रहती है, पर पीरियड के आसपास बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। मूड स्विंग को अपने स्तर पर नियंत्रित करने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं?

- सविता त्रिपाठी, कानपुर

हम चीजों को अपने अनुकूल चाहते हैं और हमारे अनुकूल चीजें ना हों, तो मूड स्विंग्स और भी ज्यादा होते हैं। मूड स्विंग को नियंत्रित रखने का सबसे बेहतर तरीके है कि आप खुद के स्वभाव पर गौर करें और यह जानने की कोशिश करें कि कौन-सी बातें आपके मूड को प्रभावित करती हैं। यह समझने की कोशिश करें कि किसी चीज पर आपका नियंत्रण है और किस पर नहीं। हर चीज हमेशा आपके अनुकूल नहीं हो सकती है। इस बात को समझना आपके लिए जरूरी है। जब मूड स्विंग बहुत ज्यादा हो तो मन में चल रही बातों को एक डायरी में लिख डालें। साथ ही यह भी सोचने की कोशिश करें कि कौन-सी चीज करने से आपका मन खुश हो सकता है। कुछ नई एक्टिविटी करने या फिर अपने रुटीन से अलग कुछ करने से भी आप बेहतर महसूस कर सकती हैं। नियमित रूप से ध्यान करने से भी मूड स्विंग में मदद मिलती है। अगर आप अपने मूड को लेकर काफी परेशान हैं, तो बेहतर होगा कि आप मनोवैज्ञानिक के पास जाएं। काउंसलिंग भी इसमें मददगार होती है।

• मैं लंबे समय से एक रिश्ते में हूं, पर हमने अभी तक शादी नहीं की है। अब मुझे इस रिश्ते से बिल्कुल भी खुशी नहीं मिलती, पर रिश्ता खत्म करने की बात साथी से करने की मैं हिम्मत नहीं जुटा पा रही। क्या करूं?

- सुहाना गोस्वामी, लखनऊ

जिस व्यक्ति के साथ हमारा दिल जुड़ चुका है, उस रिश्ते को तोड़ने में तकलीफ तो होती ही है, तब भी जब वह रिश्ता हमें खुशी देना बंद कर चुका हो। आमातौर पर हम किसी रिश्ते में सिर्फ प्यार की वजह से ही नहीं जुड़ते। हम एक-दूसरे पर भावनात्मक रूप से निर्भर होने लगते हैं। हमें एक-दूसरे की आदत होने लगती है। यह भावनात्मक निर्भरता ही स्थिति बिगड़ने पर भी हमें एक-दूसरे के साथ रहने के लिए बाध्य करती है। इस रिश्ते में रहने या निकलने से पहले आपके लिए यह समझना जरूरी है कि अब उस रिश्ते में हो क्या रहा है। बात शादी की नहीं है। शादी रिश्ते की गड़बड़ियों को दूर नहीं कर सकती। पहले समझें कि आप किसी वजह से इस रिश्ते में आई थीं और कौन-सी चीज अब पहले जैसी नहीं रही। यह समझने की कोशिश करें कि इस रिश्ते को खत्म करने से आपको क्या लाभ और क्या नुकसान हो सकता है। या फिर ऐसी कौन-सी चीज है, जो इस रिश्ते से बाहर निकलने से रोक रही है। अपने डर और एंग्जाइटी को समझें। किसी काउंसलर से मिलें। उनसे की गई बातचीत आपको एक निर्णय तक पहुंचने में मददगार साबित होगी।

• मैं अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही घर से बाहर रही हूं। अब मैं कामकाजी हूं और जल्द ही मेरी शादी होने वाली है। दिक्कत ये है शादी एक ज्वॉइंट फैमिली में हो रही है। मेरे ससुराल वाले यूं तो मॉडर्न खयाल वाले हैं, पर मेरे मन में हमेशा यह शंका रहती है कि मैं ज्वॉइंट फैमिली में एडजस्ट नहीं कर पाऊंगी। मन के इस डर को कैसे दूर करूं?

- ज्योत्सना सिंह, नई दिल्ली

यह बात सच है कि जो व्यक्ति हमेशा अकेले रहा है, उसे ज्वॉइंट फैमिली में रहने में शुरुआत में दिक्कत हो सकती है। जब हम कई सारे लोगों के साथ रहते हैं, तो कभी-कभी दूसरों के मुताबिक निर्णय लेने पड़ते हैं या फिर कोई काम करना पड़ता है। बहुत सारी बेतुकी बातों को भी ऐसे मामले में हमें अपनाना पड़ता है। ज्वॉइंट में फैमिली में रहने से जुड़ी आपकी चिंता जायज है। पर, इस बात को भी स्वीकारें कि आप अगर खुले मन से उस घर में जाएंगी, सामने वाले को भी आपको समझने का मौका देंगी और खुद भी उन्हें समझने की कोशिश करेंगी, तो शायद दिक्कत कम हो। शुरुआत में आप जितना सामंजस्य बिठाने की कोशिश करेंगी, उतना अच्छा होगा। पर, जहां दिक्कत महसूस हो, वहां बहुत ही प्यार से अपनी बात रखने में कुछ भी गलत नहीं है। अपनी बातों को स्पष्ट तौर पर सामने रखिएगा और समस्या का उपाय पेश करने की भी कोशिश कीजिएगार्। जिंदगी के इस नए दौर की शुरुआत सकारात्मक सोच और भाव के साथ करें तो सामंजस्य बिठाने में कम परेशानी होगी। अगर ससुराल वालों का साथ आपको मिलेगा, तो कामकाजी होने के साथ घर संभालना आपके लिए ज्यादा आसान हो जाएगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें