Jitiya Vrat 2024: नहाय-खाए और पारण में जरूर शामिल करें ये 5 चीजें, एनर्जी के साथ-साथ मिलेगा व्रत का पूरा फल
- जितिया पर्व में नहाय-खाय और पारण का विशेष महत्त्व होता है। आज हम आपको ऐसी पांच चीजों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें आप इस दौरान खा सकते हैं। ये ना सिर्फ शुभ माना जाते हैं बल्कि व्रत के दौरान शरीर में एनर्जी भी बनाएं रखते हैं।
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जितिया व्रत किया जाता है। इस व्रत को मां अपनी संतान की लंबी आयु, स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि के लिए रखती हैं इसीलिए इस व्रत को जीवित्पुत्रिका व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस साल जितिया व्रत 25 सितम्बर को रखा जाएगा। छठ की तरह ही इस व्रत के भी पहले नहाय-खाय किया जाता है और व्रत के बाद पारण का भी विशेष महत्व होता है। जितिया व्रत के पारण में कुछ पारंपरिक खाद्य पदार्थों को शामिल करना बहुत जरूरी होता है। ये ना सिर्फ बहुत शुभ माने जाते हैं बल्कि शरीर को भरपूर एनर्जी भी देते हैं। ऐसे में आपको जरूर इनका सेवन करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इन्हीं चीजों के बारे में।
नोनी साग
जितिया पर्व के नहाय- खाय और पारण के अवसर पर नोनी साग से बनी अलग-अलग रेसिपीज को जरूर शामिल किया जाता है। इससे साग, पकौड़ी, दाल आदि चीजें बनाई जाती हैं। नोनी साग हेल्थ के लिए बहुत ही बेनिफिशियल होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगस और एंटी एजिंग गुण वालें तत्व पाए जाते हैं। नोनी साग से बनी रेसिपी खाने में स्वादिष्ट होने के साथ हेल्थ के के लिए भी काफी फायदेमंद होती हैं। ऐसे में व्रत के दौरान एनर्जी लेवल को मेंटेन करने के लिए भी नोनी साग को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
अरबी
जितिया पर्व पर पारण में अरबी के पत्ते से बनी रेसिपी को भी जरूर शामिल किया जाता है। अरबी भी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। अरबी की सब्जी, और पत्ते दोनों से ही लाजवाब डिश तैयार की जाती हैं। अरबी में पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन सी, ई, स्टार्च और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और हार्ट को भी मजबूती मिलती है। ऐसे में इसे अपने व्रत में शामिल जरूर करें।
तुरई
जितिया के पर्व पर, पारण में इस सब्जी को भी जरूर शामिल करना चाहिए। हरे रंग की ये सब्जी आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी बी6 और फाइबर से भरपूर होती है। इस सब्जी में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती हैं। कम तेल में ही इस सब्जी को बहुत स्वादिष्ट बनाकर तैयार किया जा सकता है। इस सब्जी को खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, वजन कंट्रोल में रहता है और हार्ट के लिए भी ये लाभदायक है।
देसी मटर
देसी मटर को कुशी केराव के नाम से भी जाना जाता है। जितिया व्रत के पारण में इसे भी जरूर शामिल किया जाता है। इस मटर में विटामिन बी12 की भरपूर मात्रा पाई जाती है। हेल्थ के लिए यह मटर बहुत ही बेनिफिशियल है। इसे खाने से शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है। ऐसे में व्रत के दौरान यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक ऑप्शन हो सकता है।
रागी
जितिया व्रत के पारण में इसे जरूर शामिल किया जाता है। रागी या मंडुआ, मोटे अनाज की कैटेगरी में आता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है। इसे खाने से पेट साफ रहता है और कब्ज एवं एसिडिटी की शिकायत नहीं होती है। इसे पारण में शामिल करने की खास वजह यह है कि निर्जला उपवास के 24 घंटे बाद जब पारण किया जाए तो पेट में कब्ज अथवा गैस की प्रॉब्लम ना हो।
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