Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़हेल्थwho is noble prize winner yoshinori ohsumi what is autophagy helps in cancer treatment claimed navjot sidhu fasting

रूटीन में छोटा सा बदलाव दे सकता है लंबी उम्र, जानें क्या है ऑटोफैजी जिसका सिद्धू ने किया जिक्र?

  • Fasting Benefits: नवजोत सिंह सिद्धू का मानना है कि उनकी पत्नी का कैंसर ठीक करने में एक जापानी वैज्ञानिक की रिसर्च का काफी योगदान है। यहां जानें योशिनोरी ओहसुमी ने व्रत रहने के क्या फायदे बताए थे।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानTue, 26 Nov 2024 02:05 PM
share Share
Follow Us on

नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में अपनी वाइफ की कैंसर डायट साझा की है। इसमें एक वैज्ञानिक योशिनोरी ओहसुमी (yoshinori ohsumi ) को भी क्रेडिट दिया है। इन साइंटिस्ट को ऑटोफैजी के लिए नोबल प्राइज मिला है। ऑटोफैजी को साधारण भाषा में समझें तो शरीर में खाने की कमी होने पर सेल्स बैक्टीरिया- वायरस को खत्म करने लगती हैं। यह प्रॉसेस बॉडी की खराब प्रक्रिया को भी खत्म करती है। योशिनोरी ने व्रत रहने या इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई फायदे बताए हैं।

बड़ी बीमारियों से बचा सकती है ऑटोफैजी

ओहसुमी की 1980-90 की रिसर्च में सामने आया कि डेमेंशिया और पार्किंसंस जैसी बीमारियों के बचाव में ऑटोफैजी का बड़ा रोल है। जब ओहसुमी ने रिसर्च शुरू की तो करीब 20 पेपर्स पब्लिश हुए थे। अब इस विषय पर हर साल लगभग 5000 पेपर्स पब्लिश हो रहे हैं क्योंकि ऑटोफैजी का रोल कैंसर से बचाव और लंबी उम्र जीने में भी माना जा रहा है।

व्रत रहने के कई सारे फायदे

वैज्ञानिकों को पता लगा कि 12 से लेकर 24 घंटे तक अगर हम कुछ नहीं खाते तो शरीर में ऑटोफैजी ट्रिगर हो जाती है। इसीलिए माना जाता है कि जो लोग सूर्योदय से सूर्यास्त तक खाते हैं या व्रत रहते हैं वे लंबी उम्र तक बिना बीमारियों के जीते हैं। व्रत से जुड़ी एक बड़ी स्टडी में सामने आ चुका है कि इससे ब्लड शुगर इम्प्रूव होती है, इन्फ्लेमेशन घटता है, वजन कम होता है और ब्रेन फंक्सन बेहतर होता है। इतना ही नहीं कुछ सेल्स में एक्सरसाइज भी ऑटोफैजी को ट्रिगर करती है।

ये भी पढ़ें:सिद्धू ने साझा किया पत्नी का डायट चार्ट, हनुमान फल से बादाम के आटे तक, लिस्ट…

12 घंटे गैप करना सबसे आसान

वैसे व्रत रहना पुराने समय से अलग-अलग धर्मों का हिस्सा रहा है। ब्लू जोन जहां के लोगों को सबसे ज्यादा लंबी जिंदगी जीने वाला माना जाता है, वे लोग हर साल 150 दिन का व्रत रहते हैं। अगर आप फास्टिंग या व्रत रहने को अपने जीवन में शामिल करना चाहते हैं तो सबसे अच्छा तरीका है कि खाने में 12 से 14 घंटे का अंतर रखें। अगर आप लंबे वक्त के लिए व्रत रखना चाहते हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह पर न करें।

नोट: अगर आपको कोई बीमारी है तो खानपान या लाइफस्टाइल में बदलाव डॉक्टर की सलाह पर करें। दवाएं बंद करके अल्टरनेट थेरपीज को अपनाने की सलाह लाइव हिंदुस्तान नहीं देता है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें