Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़हेल्थmost effective 6 yoga poses to reduce belly fat just do in 7 minutes

लटकती तोंद को अंदर करने के लिए चाहिए बस 7 मिनट रोजाना करें ये योगासन

7 Minute Yoga Poses For Belly Fat: दिनभर के मात्र 7 मिनट खर्च करें और इन 6 योगासन की मदद से लटकती हुई तोंद को अंदर करें। रोजाना अभ्यास से एक से दो महीने में ही अंतर नजर आना शुरू हो जाएगा।

Aparajita लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीSat, 22 April 2023 05:17 AM
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बाहर निकला हुआ पेट ना केवल दिखने में खराब लगता है बल्कि इससे कई सारी बीमारियों का भी खतरा रहता है। बहुत सारे लोग तो ऐसे होते हैं जिनका शरीर तो दुबला-पतला रहता है लेकिन पेट बाहर की ओर निकला रहता है। ये लटकी हुई तोंद तमाम बीमारियों का घर होती है। जिसे अंदर करना जरूरी है। पेट अगर बाहर की ओर निकला हुआ है तो उसे अंदर करने के लिए पेट की मसल्स को स्ट्रेंथ देना जरूरी है। रोजाना मात्र 7 मिनट में आप इन 6 योगासन को कर एक से दो महीने में ही फर्क देख सकते हैं। तो चलिए जानें कौन से योगासन लटकती तोंद को अंदर करने में मदद करेंगे।

नौकासन
पेट में जमा फैट को कम करने के लिए नौकासन काफी फायदेमंद होता है। इसे करने से बेली फैट कम होता है और शरीर का बैलेंस भी बनता है। इसके साथ ही नौकासन करने से इंसुलिन रेजिस्टेंस सही होता है। जिससे डायबिटीज की समस्या दूर होती है।

भुजंगासन
भुजंगासन करने से शरीर स्ट्रेच होता है और कमर-कंधे के दर्द में आराम मिलता है। साथ ही पेट का फैट भी कम करने में मदद मिलती है। अगर आपके कंधे झुके हुए रहते हैं तो रोजाना भुजंगासन करने से कंधे सुडौल करने में मदद मिलती है।

धनुरासन
धनुरासन करना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन थोड़े दिनों के अभ्यास के बाद इसे आसानी से किया जा सकता है। इसे करने से पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। साथ ही हड्डियां लचीली होती है। जिससे कमर दर्द से राहत मिलती है। 

प्लैक पोज या कुंभकासन
कुंभकासन, इसे प्लैंक पोज भी कहते हैं। पेट की चर्बी को कम करने के लिए प्लैंक पोज काफी जरूरी होता है। इसे करने पूरे शरीर के फैट को बर्न होने में मदद मिलती है। साथ ही बाजुएं सुडौल और मजबूत बनती हैं। 

उष्ट्रासन
उष्ट्रासन करने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। जिससे सिकुड़ी हुई मसल्स फैलती हैं और पेट कम होता है। लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं तो उष्ट्रासन करने से दर्द कम होता है। इसके साथ ही छाती, कंधे खुलते हैं।

कपालभाति
पेट का फैट कम करना है तो कपालभाति करना फायदेमंद रहता है। हालांकि हार्ट के मरीजों को कपालभाति करते समय सांसों को मध्यम गति से छोड़ना चाहिए। जिससे ज्यादा हार्ट पर ज्यादा प्रेशर ना पड़े। ये प्राणायाम पेट की चर्बी को कम करने में काफी तेजी से मदद करता है। 

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