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रुक-रुक कर पीरियड्स होते हैं तो ना करें अनदेखा, इन तरीकों से आएगा खुल कर फ्लो

Periods Kam Hona: पीरियड्स में जब हैवी ब्लीडिंग होती है तो सब परेशान हो जाते हैं लेकिन कम ब्ली़डिंग पर ध्यान नहीं देते। जबकि कम ब्लीडिंग की वजह से बॉडी में गंदा खून जमा होने लगता है और कंसीव करने में

Aparajita लाइव हिंदुस्तान, नई दिल्लीWed, 13 Sep 2023 02:42 PM
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पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग को तो महिलाएं असामान्य मानती हैं लेकिन जब उन्हें ब्लीडिंग कम होती है तो उसे ज्यादातर सामान्य माना जाता है। लेकिन पीरियड्स के दौरान कम ब्लीडिंग होना या रुक-रुक कर पीरियड्स होना भी एक समस्या है। जिसे हल्के में लेना भविष्य में बीमारियों को जन्म देता है। साथ ही काफी सारी दिक्कतें पैदा करने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि ब्लीडिंग के फ्लो के ज्यादा ना होने पर भी हल्के में ना लें। 

कैसे जानें कि पीरियड्स में हो रही हल्की ब्लीडिंग
सामान्य तौर पर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान करीब 30-40 मिली लीटर ब्लीडिंग होती है। इसकी माप के लिए अंदाजा लगाया जाता है कि एक पैड कम से कम 5 मिली ब्लड सोख लेता है। इसके मुताबिक पीरियड्स के दौरान कम से कम 7-8 पैड का इस्तेमाल करना सामान्य बात है। लेकिन अगर महिला इससे कम पैड के इस्तेमाल की जरूरत पड़ती है। तो ये संकेत है कि पीरियड्स खुलकर नहीं हो रहे। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह और इलाज की जरूरत होती है। 

पीरियड्स खुलकर ना होने के लक्षण
अगर किसी को पीरियड्स खुलकर नहीं हो रहे और ये लक्षण दिख रहे हैं तो जरूरी है कि इसका समाधान किया जाए

-दो दिन या उससे कम ब्लीडिंग होना
-ब्लीडिंग कम और ब्लड क्लॉट दिखना
-पीरियड्स शुरू होने के बाद अचानक से ब्लीडिंग कम हो जाना
-अगले महीने फिर से कम ब्लीडिंग होना

रुक-रुक कर पीरियड्स होने के कारण
-बढ़ती उम्र में पीरियड्स रुक-रुक कर आते हैं।
-वजन ज्यादा या कम, दोनो स्थिति में पीरियड्स कम हो सकते हैं।
-अनहेल्दी डाइट
-ब्रेस्टफीडिंग
-बर्थ कंट्रोल पिल्स के कारण
-बहुत ज्यादा स्ट्रेस भी कम पीरियड्स का कारण होता है।
-हैवी एक्सरसाइज की वजह से भी कई बार पीरियड्स कम होते हैं।
-पीसीओडी में ब्लड कम आता है।

खुलकर पीरियड्स लाने के लिए करें ये उपाय
अगर किसी को खुलकर पीरियड्स नहीं हो रहे तो इन घरेलू नुस्खों को आजमाकर देखें। 

तिल और गुड़
तिल की तासीर गर्म होती है। वहीं गुड़ ब्लड को प्यूरीफाई करता है। पीरियड्स आने के करीब 10 दिन पहले से तिल और गुड़ को मिलाकर खाना शुरू कर दें। इससे रुका ब्लड फ्लो पीरियड्स में आसानी से होगा।

अदरक और गाजर का जूस
गाजर का जूस निकालकर इसमे अदरक के रस को मिला लें। इसे दिन में दो से तीन बार पीने से पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो नॉर्मल होने लगता है और रुका ब्लड भी निकल जाता है। 

हल्दी और पानी
पीरियड्स अगर कई महीनों से खुलकर नहीं हो रहे हैं तो हल्दी को पानी में मिलाकर पीरियड शुरू होने के करीब 5-6 दिन पहले से पीना शुरू कर दें। सुबह-शाम इस हल्दी पानी को पीने से ब्लड फ्लो की समस्या ठीक हो जाती है। 

चुकंदर
अगर गलत खानपान की वजह से पीरियड खुलकर नहीं हो रहे तो चुकंदर का रस निकालकर रोजाना सुबह और शाम को पिएं। ये शरीर को प्यूरीफाई कर ब्लड फ्लो को सही करने में मदद करेगा। 

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