प्रेग्नेंसी के बाद वजन घटाने के लिए लें ये छोटे-छोटे स्टेप्स, दिखेगा कमाल का असर
- बच्चे के जन्म के बाद बढ़ा वजन आपके लुक्स को ही नहीं बिगाड़ता बल्कि सेहत और कार्यक्षमताओं को भी प्रभावित कर सकता है। लिहाजा, तमाम बदलावों के बीच वजन घटाने की भी दरकार होती है। कैसे लगातार प्रयास से प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़े हुए वजन को करें कम, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
हाल में सोशल मीडिया पर अभिनेत्री नेहा धूपिया ने दूसरी प्रेग्नेंसी के बाद अपने वजन घटाने का सफर साझा किया। उन्होंने एक साल में अपना वजन लगभग 23 किलो तक कम कर लिया है। इंस्टाग्राम के अपने पोस्ट में वह लिखती हैं, ‘मातृत्व एक अविश्वसीनय अनुभव है, जिसमें कई चुनौतियां भी आती हैं। वजन बढ़ना भी उन चुनौतियों में शामिल है। उस बढ़े वजन को कम करना सिर्फ अच्छा दिखने के लिए नहीं बल्कि स्वस्थ, मजबूत और सक्षम महसूस करने के लिए भी जरूरी है। यकीनन यह सफर आसान नहीं था और न ही पलक झपकते पूरा हुआ। बदलाव के लिए जरूरत होती है अनुशासन और दृढ़ इच्छाशक्ति की। इन दोनो ंके बल पर ही मैं प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ा हुआ अपना वजन कम कर पाई।’ अगर आप भी इस दौर से गुजर रही हैं और बदलाव की आस लिए हैं तो आपको कुछ सार्थक प्रयास करने होंगे:
थाली रखें पोषण वाली
आप ऐसी स्थिति में हैं जहां आपका वजन तो बढ़ चुका है, पर आप उसे व्यायाम करके कम नहीं कर सकतीं? ऐसे में आपका खुराक मददगार साबित हो सकता है। इस बाबत आहार सलाहकार डॉ. भारती दीक्षित कहती हैं कि बच्चे को जन्म देने के बाद मां को आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, बी-12, ओमेगा-3 , ओमेगा-6 फैटी एसिडर्, ंजक सरीखे तमाम पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसके लिए आपको छोटे-छोटे अंतरालों में सेहतमंद आहार लेना होगा। उन विकल्पों को चुनें, जिनमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फाइबर वगैरह हो। इसके लिए आप साबुत अनाज, मौसमी फल, मेवा, मल्टीग्रेन आटा और बीज आदि को आहार का हिस्सा बनाएं। तली चीजों की जगह भुने हुए खाद्य पदार्थों को आहार में जगह दें। फलों में केला, आम वगैरह की जगह खट्टे फलों को तरजीह दें। चीनी की जगह गुड़ या शहद खाएं।
मसालों की खूबियां करेंगी काम
हम अकसर वही चीज खाते हैं, जिनका स्वाद हमें भाता है। नतीजा, वजन कम होने के बजाय और बढ़ जाता है। वजन बढ़ाने के बजाय स्वाद बढ़ाने की ओर काम कीजिए। इसमें आपकी मदद करेगी, मसालेदानी। डॉ. भारती कहती हैं कि मेथी, दालचीनी, काली मिर्च, अजवाइन, लौंग, तेजपत्ता, हल्दी, पोस्तदाना, सफेद मिर्च सरीखे तमाम मसाले हैं, जिन्हें अपनी नियमित खानपान का हिस्सा बनाएं। ये मसाले शरीर को डिटॉक्स करेंगे और शरीर के सूजन से भी छुटकारा दिलवाएंगे।
पानी पिएं तरीके से
अगर कहें, पानी पीकर वजन कम हो सकता है, तो? अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो शरीर उतनी कैलोरी बर्न नहीं कर पाता, जितनी उसे करनी चाहिए। वजन घटाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। वह भी सही तरीके से। नई मां को लोग अकसर गुनगुना पानी पीने की सलाह देते हैं। इस बाबत स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संजया शर्मा कहती हैं कि नई मां के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। अगर वो गुनगुना पानी पिएगी तो पानी कम पी पाएगी। ऐसे में सादा पानी पिया जा सकता है। आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आप भूख लगने पर पानी ना पिएं। ऐसा करने से आपकी भूख मर जाएगी। नतीजा, पोषण में कमी। खाने और पानी पीने के बीच अंतर रखें। पर, हर बार स्तनपान कराने के पहले कम से कम एक गिलास पानी जरूर पिएं। डॉ. भारती की मानें तो वजन में कमी लाने के लिए आप जीरा, मेथी, सौंफ, अजवाइन आदि के पानी को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकती हैं।
स्तनपान से मिलेगी मदद
बच्चे को नियमित रूप से स्तनपान करवाने से भी आपका वजन कम होगा। हैरानी हो रही है? यह सच है। स्तनपान से एक दिन में कई सौ कैलोरी बर्न हो जाती हैं। अध्ययन बताते हैं कि केवल स्तनपान कराने से आपका वजन प्रति माह लगभग एक किलो तक कम हो सकता है। सिर्फ बच्चे की अच्छी सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि अपने वजन को कम करने के लिए भी स्तनपान करवाती रहें।
व्यायाम करें थोड़ा-थोड़ा
बच्चे के जन्म के तुरंत बाद से व्यायाम शुरू करने की गलती नहीं करें। सामान्य प्रसव की स्थिति में दो सप्ताह बाद से आप हल्का-फुल्का व्यायाम कर सकती हैं, जिसकी शुरुआत टहलने से करें। इससे ज्यादा व्यायाम करने के लिए आपको छह सप्ताह का इंतजार करना होगा। बच्चा ऑपरेशन से हुआ है तो दो महीने से पहले व्यायाम न करें। शुरुआत हल्के व्यायाम से करें। हफ्ते में पांच बार 30 मिनट तक ही व्यायाम करें। वजन उठाने वाले व्यायाम तो भूल कर भी न करें।
नींद ले भरपूर
नई मांओं की नींद अकसर पूरी नहीं हो पाती, जो कि वजन कम करने में बाधक होती है। अध्ययन बताते हैं कि नई मांएं जो रात में पांच या उससे भी कम घंटे सोती हैं, उनका वजन कम होने की संभावना उन मांओं की तुलना में कम होती है, जो रात में सात घंटे की नींद लेती हैं। लिहाजा, नींद पूरी लें। फिर चाहे वह टुकड़ों में ही क्यों ना हो। बेहतर होगा कि आप बच्चे में एक निर्धारित काम के बाद सोने की आदत को विकसित करें। जैसे गाना बजने के बाद सोना या फिर मालिश के बाद सो जाना वगैरह। इसके लिए आपको रोज निर्धारित रुटीन को दोहराना पड़ेगा। इससे निर्धारित काम होने के बाद बच्चा सो जाएगा और आपको भी पर्याप्त नींद मिल पाएगी।
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