एंग्जाइटी और स्ट्रेस प्रभावित कर रहे हैं जिंदगी, 5 मिनट में ऐसे दूर होगी समस्या
- एंग्जाइटी और तनाव जब हमला करते हैं, तो कुछ और सोचने की हिम्मत ही नहीं बचती। पर, कुछ प्रभावी तकनीक की मदद से आप सिर्फ पांच मिनट में एंग्जाइटी अटैक से उबर पाएंगी, बता रही हैं आयुषी गुप्ता
एंग्जाइटी और तनाव एक बीमारी है। यह सच है कि योगासन, ध्यान और गहरी सांस लेने से इन समस्याओं से लड़ने में मदद मिलती है। पर, इंटरव्यू के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए अगर एंग्जाइटी होने लगे या फिर ट्रैफिक जाम में काफी देर तक फंसने के बाद पसीने छूटने लगे तो फिर क्या किया जाए? इस तरह के एंग्जाइटी अटैक से उबरने में कुछ हैक्स आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं:
सांस लेने की सही तकनीक
एंग्जाइटी को काबू में सांस लेने का खास तरीका आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इसे डाइफ्रैगमेटिक ब्रीदिंग कहते हैं। क्या आपने कभी गौर किया है कि तनाव में रहने पर सांस लेने का आपका पैटर्न बदल जाता है? अपनी सांसों पर ध्यान देकर आप अपने नर्वस सिस्टम को शांत होने का संदेश दे सकती हैं। डाइफ्रैगमेटिक ब्रीदिंग के लिए आंखें बंद करके आराम से बैठ जाएं। दोनों नाकों से सांस लें और पेट को फुलाएं। कुछ देर तक सांस रोकें और धीरे-धीरे मुंह से छोड़ें। पेट की मांसपेशियों को टाइट करें ताकि ज्यादा-से-ज्यादा हवा बाहर निकल सके। कुछ देर ऐसा करने से आपका ध्यान तनाव से हट जाएगा।
टहलने के लिए जाएं
एंग्जाइटी को दूर करने में थोड़ी देर के लिए टहलना भी काफी कारगर साबित होता है। टहलने से शरीर में एंडॉर्फिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो प्राकृतिक रूप से मूड को बेहतर बनाने का काम करता है। अगर संभव हो तो पार्क में टहलने के लिए जाएं, जहां आप प्रकृति को महसूस कर सकें। यह अनुभव वर्तमान स्थिति से बाहर निकलने में मदद करके आपका तनाव कम करेगा। मेडिसिन नाम की पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक थोड़ी देर टहलने से भी मन से नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद मिलती है।
अपनी भावनाओं को समझें
एंग्जाइटी से उबरने का एक और प्रभावी तरीका है, अपने भावों को समझना। खुद से अपनी भावनाओं के बारे में खास सवाल पूछें। मसलन, क्या आपको डर, गुस्सा या फिर कुछ और भाव महसूस हो रहा है? अपनी समस्या का कारण जानने की कोशिश करें। जब हम अपनी भावनाओं को जान पाते हैं, तो यह हमारे मस्तिष्क को उसके प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय कर देता है।
कीजिए थोड़ी स्ट्रेचिंग
क्या आप जानती हैं कि स्ट्रेचिंग सिर्फ मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए ही नहीं बल्कि तनाव और एंग्जाइटी को दूर भगाने में भी प्रभावी माध्यम साबित हो सकता है। थोड़ी-सी स्ट्रेचिंग से आपका यह तनाव दूर भाग सकता है। अपनी जीभ के अग्र भाग से तालु पर दबाव बनाएं। इससे जबड़े में इकट्ठा तनाव दूर होगा। अपने सिर को धीरे-धीरे गोल-गोल घुमाएं, इससे गर्दन की मांसपेशियों को तुरंत आराम मिलेगा। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अपने शरीर की मांसपेशियों को तनाव मुक्त करके आप अपने मस्तिष्क को यह संदेश दे पाएंगी कि अब थोड़ा आराम करने का वक्त आ गया है।
दौड़ाएं कल्पना के घोड़े
अपनी कल्पना के बल पर भी आप एंग्जाइटी से उबर सकती है। जब एंग्जाइटी का अटैक आए, उस वक्त किसी ऐसी घटना या जगह के बारे में सोचें, जहां आपको बहुत ही अच्छा महसूस हुआ था। अगर तनाव की स्थिति में कुछ भी याद करने में दिक्कत आ रही है, तो समंदर, बारिश की खुशबू या फिर किसी भी ऐसी चीज की कल्पना करें, जिससे आपका मन शांत हो। गहरी सांसें लें और छोड़ें। इस कल्पना से आपका मन अपने-आप ही शांत होने लगेगा।
5-5-5 वाला खेल
मन को शांत करने में माइंडफुलनेस को अनदेखा नहीं किया जा सकता। माइंडफुलनेस यानी अपना सारा ध्यान उस काम में लगा देना, जो आप उस क्षण कर रही हैं। जब एंग्जाइटी का अटैक हो, तो अपने आसपास देखें और उन पांच चीजों का नाम लें, जो आपको दिख रहे हैं। इसके बाद ऐसी पांच चीजों की ओर ध्यान लगाएं, जिसे छूकर आपका उसका टेक्सचर महसू कर कर सकती हैं। इसके बाद उन पांच आवाजों की ओर अपनी ऊर्जा लगाएं, जिन्हें आप सुन सकती हैं। अपनी इंद्रियों पर अपनी ऊर्जा लगाकर एंग्जाइटी से उबरने में आपको मदद मिलेगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।