कैसे बनता है सत्तू, जानें इसे स्टोर करने का सही तरीका
गर्मी आते ही कई प्रदेशों में सत्तू की खपत बढ़ जाती है। सत्तू ना सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि शरीर को भीतर से ठंडा भी रखता है। इसका इस्तेमाल अपने खानपान में कैसे करें, बता रही हैं कुकरी एक्सपर्ट नीरा
सत्तू के बारे में सोचते ही मुझे आज से चार दशक पहले की एक घटना याद आ रही है। उस समय हम लोग शिलॉन्ग में थे और मैं अपने पड़ोसी से मिलने गई। वे लोग बिहार से थे। लंच टाइम था और उन्होंने मुझे सत्तू का पराठा और रायता खाने का आग्रह किया। मैंने आनाकानी करनी चाही, पर उनके आग्रह के आगे एक छोटा पराठा लेना ही पड़ा। चने के सत्तू में बारीक कटी प्याज,अन्य सूखे मसाले व मिर्च के अचार का मसाला मिलाकर उस पराठे को बनाया गया था। मुझे उसका स्वाद बहुत अच्छा लगा। मैंने पहली बार सत्तू को इस तरह से खाया था।
क्या है सत्तू
सत्तू में मौजूद ढेर सारे पोषक तत्व ही उसे सुपर फूड बनाते हैं। यह सुपर फूड अपने आप में संपूर्ण भोजन है। साथ ही सत्तू में एक ठंडक प्रदान करने वाला एजेंट मौजूद रहता है, जो स्वभाविक रूप से शरीर के तापमान को कम करता है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में यह प्रमुख व्यंजन है। गर्मियों में इसकी डिमांड बहुत बढ़ जाती है। सत्तू मुख्यत: यह एक सूखा पाउडर है, जिसे चने और जौ आदि अनाजों को भूनकर और पीसकर बनाया जाता है। चने का सत्तू गर्मियों में ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। यह एक ऐसा पाउडर है, जिससे नमकीन या मीठा शर्बत, चीला, लड्डू, परांठे आदि बनाना आसान होता है। सत्तू का जिक्र तो आयुर्वेद में भी है। इसको गर्मियों का टॉनिक कहा गया है।
कैसे तैयार होता है सत्तू?
बाजार में कई कंपनियों के सत्तू उपलब्ध हैं। अकसर चने को पीसकर इसका पाउडर पैक कर दिया जाता है, जबकि असलियत में सत्तू तैयार करने की प्रक्रिया थोड़ी अलग है। सत्तू बनाने के लिए चने को पहले पानी में भिगोकर रखा जाता है, फिर उसे सुखाकर भूना जाता है। उसके बाद छिलके सहित या छिल्का उताकर उसे पीसा जाता है।
सेहत का रखवाला
सत्तू प्रोटीन,फाइबर, कैल्शियम,आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह ऊर्जा का शानदार स्रोत है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा को तुरंत रिलीज करता है। गर्मी में ज्यादा मेहनत का काम करने वालों के लिए यह पावर हाउस की तरह काम करता है। इसके सेवन से शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है। सत्तू गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करता है। पर, ध्यान रखें खाना खाने के बाद कभी भी सत्तू न खाएं। दूसरा, अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करें।
सत्तू का यूं करें सेवन
1 आवश्यकतानुसार पानी में थोड़ा-सा सत्तू, नीबू का रस, थोड़ा सा काला व सफेद नमक, भुना हुआ जीरा पाउडर और ठंडा पानी डालकर मिलाएं और सर्व करें। गर्मी के मौसम में इस शर्बत को पीने से पेट ठंडा रहता है। मैं पानी की जगह कभी-कभी सोडा डाल देती हूं और साथ में पुदीना पीसकर भी मिला देती हूं। स्वाद बहुत अच्छा हो जाता है।
2 कम घी डालकर कम मेहनत में सत्तू से आप लड्डू और बर्फी भी बना सकती हैं। इसके अलावा सत्तू के चीले भी बहुत स्वादिष्ट बनते हैं।
3 आलू का सांबर बनाते समय मैं उसमें थोड़ा-सा सत्तू मिला देती हूं। झटपट बढ़िया स्वादिष्ट सांबर तैयार हो जाता है।
4 सत्तू के इस शर्बत में मैं घर का बना थोड़ा सा जलजीरा पाउडर ,मिश्री पाउडर, नीबू का रस आदि भी डालती हूं। अच्छा स्वाद मिलता है।
5 सत्तू में प्याज, गाजर, शिमला मिर्च और थोड़ी सी सूजी और नमक और मिर्च डालकर अप्पे बनाएं। स्वाद और सेहत दोनों ठीक रहते हैं। आप सत्तू वाले पराठे और कचौड़ी आदि भी बना सकती हैं।
6 लिट्टी के भरावन के रूप में सत्तू का ही इस्तेमाल होता है। आप इसमें अपने हिसाब से मसाला डाल लें।
7 सत्तू से आप कढ़ी भी बना सकती हैं। स्वाद तो अच्छा मिलेगा ही पोषक तत्व भी भरपूर मिलेंगे। इसके लिए आपको रेसिपी में बेसन के विकल्प के रूप में सत्तू को इस्तेमाल करना होगा।
ऐसे करें स्टोर
• जब भी सत्तू को स्टोर करें तो उस डिब्बे में लौंग डाल दें। इसे कीड़े नहीं लगेंगे और सत्तू हमेशा फ्रेश रहेगा। • आप कंटेनर के अंदर नीम के पत्तों को कपड़े में बांधकर भी रख सकती हैं । • सत्तू को हमेशा एयर टाइट कंटेनर में ही स्टोर करें। • हमेशा कम-कम मात्रा में ही सत्तू की खरीदारी करें। • सत्तू निकालने के लिए कभी भी गीले हाथ या चम्मच का इस्तेमाल नहीं करें। • अगर आपके फ्रिज में जगह हो तो जिप पाउच में भी सत्तू को रख सकती हैं।
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