योग करने का होता है सही क्रम, जानें किस योगासन के बाद कौन सा करें योगा पोज
योग करना तो सेहत के लिए जरूरी है लेकिन ज्यादातर लोग योग करने का सही क्रम नहीं जानते हैं।
योग का अभ्यास तो बहुत सारे लोग करते हैं। सोशल मीडिया पर बहुत सारे लोग योगासन के बारे में बताते हैं। लेकिन कुछ ही लोगों को जानकारी होगी योगासन के सही क्रम की। जी हां कौन से योग के बाद कौन सा योग किया जाए? इस बारे में सबको पूरी जानकारी नहीं होती है। इसलिए जानना जरूरी है कि योगासन करने का सही क्रम क्या है। जिससे कि योग करने के पूरे फायदे मिल सके और किसी भी तरह का नुकसान ना हो।
चक्रासन और पवनमुक्तासन
शरीर को फ्लैक्सिबल बनाने और कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए अगर आप चक्रासन कर रहे हैं तो जरूरी है कि उसे बाद पवनमुक्तासन को जरूर किया जाए। जिससे को दोनों विपरीत स्वभाव के योगासन शरीर को बैलेंस बनाए रखने में मदद करें।
सर्वांगसन और मत्स्यासन
शरीर का बैलेंस बनाने, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए शोल्डर स्टैंड यानी सर्वांगसन करना फायदेमंद है। लेकिन सर्वांगसन योग करने के बाद मत्स्यासन जरूर करें। मत्स्यासन करने से रीढ़ की हड्डियां मजबूत होती है और हड्डियों, घुटनों के दर्द में फायदा होता है। सर्वांगसन करने के बाद मत्स्यासन को जरूर करें।
पश्चिमोत्तासन और पूर्वोत्सान
पश्चिमोत्तानासन में आगे बैठकर पूरे शरीर को आगे की तरफ झुकाया जाता है। जिससे बॉडी में एनर्जी का संतुलन होता है। साथ ही डाइजेशन सही रहने में मदद मिलती है। पश्चिमोत्तानासन करने के बाद पूर्वोत्तानासन जरूर करें। जिससे कि रीढ़ की हड्डियों में हुए अंदरूनी खिंचाव के बाद उसे बाहर की तरफ खींचकर रिलैक्स किया जाता है। साथ ही पूर्वोत्तानास करने के कई सारे फायदे भी हैं।
कटिचक्रासन ओर समकोणासन
अगर आप कमर दर्द से छुटकारे के लिए कटिचक्रासन करते हैं तो साथ में समकोणासन की मुद्रा को जरूर करें। जिससे रीढ़ की हड्डियों में फ्लैक्सिबिलिटी बनी रहे।
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