पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज पड़ ना जाए भारी, वर्कआउट के समय इन बातों का रखें ख्याल
वैसे तो महिलाएं पीरियड्स के दौरान आराम करना पसंद करती हैं, लेकिन कुछ महिलाएं फिटनेस को ध्यान में रखते हुए एक्सरसाइज मिस नहीं करती हैं। ऐसे में पीरियड्स में एक्सरसाइज करते समय इन बातों का ख्याल रखें।
पीरियड्स एक प्रक्रिया है, जिसमें महिला के यूटेरस के अंदर से ब्लड और टिशू, वजाइना के द्वारा बाहर निकल जाते हैं। ऐसा हर महीने होता है। इस दौरान कुछ महिलाओं को पेट में बहुत ज्यादा दर्द महसूस होता है तो कुछ महिलाएं आराम से अपना समय बिताती हैं। हालांकि, दादी-नानी इस दौरान काफी चीजों को करने से मना करती हैं। जिसमें भारी सामान ना उठाना और हैवी वर्कआउट रूटीन को फॉलो ना करना शामिल है। लेकिन बदलते समय के साथ महिलाएं इन बातों को पीछे छोड़ आगे बढ़ रही है और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए वह पीरियड्स के दौरान भी एक्सरसाइज करती हैं। अगर आप भी पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करती हैं तो आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
....करें बदलाव
रोजाना के दिनों में भले ही आप हैवी वर्कआउट करती होंगी लेकिन पीरियड्स के दौरान आपको अपने रूटीन में बदलाव करना चाहिए। अगर आपको पीरियड्स के समय पर थकान या फिर उल्टी महसूस होती है तो बेहतर है कि आप थोड़ा आराम करें। इस दौरान आप हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग या फिर योगा कर सकती हैं। अगर आप एनर्जेटिक महसूस कर रही हैं तो आप फुल वर्कआउट कर सकती हैं।
बॉडी को ना करें फोर्स
पीएमएस के लक्षणों से निपटने के लिए पीरियड्स के दौरान शारीरिक गतिविधियां जरूरी हैं, लेकिन इसे बहुत ज्यादा करने पर अपके शरीर को थकावट महसूस हो सकती है। इस दौरान बॉडी को फोर्स करने पर आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
ना करें ये गलती...
अधिकांश महिलाएं पीरियड्स के शुरू होने पर एक्सरसाइज करना छोड़ देती हैं। कुछ तो पूरी तरह से शारीरिक एक्टिविटी बंद कर देती हैं। हालांकि, आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। अगर आप अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं तो थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करें। चाहें को आप टहलने, जॉगिंग आदि के लिए जा सकती हैं। सिर्फ इसलिए अपना वर्कआउट न छोड़ें क्योंकि आपके पीरियड्स के दिन आ गए हैं।
योगा करें...
पीएमएस लक्षणों वाली महिलाओं को हल्के व्यायाम जैसे योग, स्ट्रेचिंग, वॉक से फायदा हो सकता है। यह लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं और ब्लड फ्लो को बढ़ावा देते हैं। पीरियड्स के दौरान अपने वर्कआउट रूटीन में बदलाव करने का एक जरूरी समय होता है। हालांकि, रूटीन को पूरी तरह से फॉलो करना जरूरी नहीं है, बल्कि अपने शरीर का ख्याल रखना जरूरी है।
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