बोर्ड एक्जाम से पहले बच्चों को जरूर सिखा दें ये योगासन, मेमोरी होगी शार्प
Yoga for students to increase concentration: बोर्ड एक्जाम में अब कुछ ही महीने बचे हैं। पैरेंट्स बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के साथ मेमोरी पावर बढ़ाने के लिए इन सरल योगा आसन को जरूर करवाएं।
बोर्ड एक्जाम आने में बस दो महीने ही बचे हैं। स्टूडेंट्स के साथ ही उनके पैरेंट्स के भी टेंशन बढ़ जाती है। बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा से ज्यादा फोकस और उन्हें सुविधाएं देना जरूरी हो जाता है। लेकिन बच्चों का केवल मन लगाकर पढ़ना ही जरूरी नही है। जरूरी है कि जो भी चीजें वो याद करें या समझे वो उसके दिमाग में बनी रहे। जिससे एक्जाम टाइम उसे सारा कुछ याद रहे। बच्चों को रिलैक्स करने के साथ ही उनके माइंड को शार्प बनाना है तो आज से उन्हें ये योगासन करवाने की प्रैक्टिस जरूर करें। जो ना केवल उनके माइंड को रिलैक्स करेंगी बल्कि माइंड को शार्प बनाएंगी। जिससे बच्चा आसानी से चीजों को समझकर याद रख पाएगा। बच्चों को एक्जाम का डर देने के बजाय कूल रहना सिखाएं और केवल पढ़ाई पर फोकस करवाएं। साथ ही फिजिकल एक्टीविटी भी जरूर रूटीन में शामिल करें। जानें वो कौन से योगासन हैं जो बच्चे के बोर्ड एक्जाम में ज्यादा नंबर दिलाने में मदद करेंगे।
प्राणायाम
बच्चों को हर दिन सुबह उठकर 15 से 20 मिनट तक प्राणायाम करवाने की आदत जरूर डलवाएं। इससे बच्चों का माइंड रिलैक्स होता है और माइंड में क्लीयेरिटी आती है। जिससे याद किया हुआ आसानी से दिमाग में ठहरता है। साथ ही डीप ब्रीदिंग प्रैक्टिस उन्हें स्ट्रैस, पैनिक अटैक और घबराने से बचाने के साथ शांत रहना सिखाएगी। जिससे मांइड तेजी से काम करेगा।
ताड़ासान
माइंड को बूस्ट करने के लिए बॉडी का हेल्दी रहना जरूरी है। ऐसे योगासन जो शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ाते हैं वो दिमाग को ज्यादा एक्टिव रखते हैं। ताड़ासन बच्चों के लिए सबसे आसान योगासन है। लेकिन ये माइंड बॉडी को कनेक्ट कर फोकस करने पर ध्यान देता है। जब योग की मुद्रा के साथ सांसों की प्रैक्टिस की जाती है तो माइंड पूरी तरह से कंस्ट्रेट होता है।
वृक्षासन
वृक्षासन बच्चों को बॉडी में बैलेंस बनाने में मदद करता है। साथ ही माइंड के फोकस को भी बैलेंस करता है।
पश्चिमोत्तासन
लगातार बैठकर पढ़ने की वजह से बच्चे की कमर और पीठ में दर्द ना पैदा हो और ना ही झुकाव आए। इसके लिए रोजाना पश्चिमोत्तासन जरूर करवाएं। क्योंकि बॉडी को सही शेप और पोश्चर में रखना भी जरूरी होता है। पढ़ाई की वजह से बच्चों को बॉडी निगेटिविटी का सामना ना करना पड़े, इसकी जिम्मेदारी पैरेंट्स की ही होती है। फिजिकल वर्क उन्हें फिट एंड हेल्दी रखने के साथ ही शार्प माइंड का बनाता है।
सर्वांगसन
जमीन पर लेटकर पूरे शरीर को ऊपर की ओर उठाना और जमीन पर केवल कंधे को रखने का अभ्यास सर्वांगसन है। इसे करने से बच्चे का माइंड और बॉडी कनेक्ट होता है।
हलासन
सर्वांगसन के साथ हलासन का अभ्यास भी करवाएं। इससे पीठ में दर्द जैसी समस्या नहीं होगी। साथ ही पेट में इनडाइजेशन की समस्या से मुक्ति मिलेगी। हलासन बच्चों के माइंड को अलर्ट रहने और सही बैलेंस बनाने में मदद करता है।
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