रोजाना गोमुखासन करने से मिलते हैं कई सारे फायदे, बैड पोस्चर से लेकर साइटिका का दर्द होगा ठीक
Gomukhasana Benefits: किसी को साइटिका का दर्द होता है या फिर गर्दन में जकड़न की समस्या रहती है उसे रोजाना गोमुखासन जरूर करना चाहिए।
योग को रूटीन में शामिल करने के कई सारे फायदे हैं। ये ना केवल शरीर को हेल्दी रखने बल्कि स्लिम रखने में भी मदद करता है। योगासन में शामिल गोमुखासन यानि कि काउ फेस पोज, इस आसन को करने से शरीर पूरी तरह से स्ट्रेच होता है और कई तरह की बीमारियों में आराम मिलता है। महिलाओं में पीसीओडी जैसी समस्या के साथ ही बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि में गोमुखासन इफेक्टिव होता है। जानें गोमुखासन करने का तरीका और किन बीमारियों में करता है फायदा।
गोमुखासन करने का तरीका
-गोमुखासन करने के लिए खाली पेट होना जरूरी है।
-सबसे पहले योगा मैट पर बैठ जाएं और बांए पैर को हिप के नीचे ले जाएं और फिर दांए पैर को दूसरे पैर के ऊपर क्रॉस करते हुए हिप के पास तक ले जाएं। दाएं हाथों को स्ट्रेट ऊपर की तरफ करें। फिर बांए हाथ को कमर के पास से घुमाते हुए पीछे की तरफ ले जाएं और ऊपर से आए हाथ को पकड़ें। गहरी लंबी सांस लें।
-अगर आप बिगिनर हैं तो हाथों को केवल एक दूसरे से छूने का प्रयास करें और पैरों को क्रॉस करने के लिए तकिया या कंबल का सपोर्ट लें। जिससे आसानी से पैर सही पोजीशन में बने रहें।
गोमुखासन को करने के फायदे
गोमुखासन को करने के कई सारे फायदे होते हैं।
-वो लोग जो लगातार बैठकर काम करने की वजह से कंधे में दर्द और जकड़न महसूस करते हैं, उनके लिए गोमुखासन फायदेमंद है।
-वहीं झुकी पीठ की वजह से पोश्चर खराब हो जाता है। तो गोमुखासन पोश्चर सही करने में मदद करता है।
-गोमुखासन करने से मुख्य रूप से सायटिका के दर्द में आराम मिलता है। कूल्हे के पास की दबी हुई नस को खोलने के लिए गोमुखासन जरूर करना चाहिए।
-कमर और कूल्हे के दर्द में गोमुखासन आराम दिलाता है।
-लिवर, किडनी के फंक्शन को मजबूत बनाने के लिए गोमुखासन जरूर करना चाहिए।
-रोजाना गोमुखासन को करने से अस्थमा में भी राहत मिलती है। क्योंकि इस आसन को करने से छाती में फैलाव होता है और सिकुड़े हुए लंग्स खुलते हैं। जिससे सांस से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
-रीढ़ की हड्डी का तनाव दूर होता है।
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