झारखंड में फाइनेंस कंपनी की प्रताड़ना से तंग आकर फंदे से लटकी महिला, बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
- लेखा देवी फाइनेंस कंपनी के कर्मियों से वायदा करते हुए कह रही थी कि वह बेईमान नहीं है। पैसा होते ही वह सारी राशि वापस कर देगी। लेकिन फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें परेशान करता रहे।
झारखंड के गिरिडीह में एक फाइनेंस कंपनी की प्रताड़ना से तंग आकर एक विवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। कंपनी पर लोन की राशि की मांग को लेकर प्रताड़ित व परेशान करने का आरोप है। मृतका का नाम सुलेखा देवी (30) है और वह तिसरी थाना क्षेत्र के भुराय गांव के निवासी अमरजीत शर्मा की पत्नी थी।
फाइनेंस कंपनी की प्रताड़ना से तंग
इस बाबत बताया गया कि अमरजीत शर्मा पुणे में मजदूरी करते हैं। कुछ दिनों पहले सुलेखा देवी एक माइक्रो फाइनेंस कम्पनी से कुछ हजार रुपया लोन ली थी। परिजनों व पंचायत के मुखिया इब्राहिम अंसारी के अनुसार समय पर लोन की राशि नहीं देने पर फाइनेंस कंपनी के अधिकारी और कर्मियों द्वारा सुलेखा देवी को काफी प्रताड़ित और परेशान किया जा रहा था।
फाइनेंसकर्मियों ने घर पर जाकर भला-बुरा कहा
हालांकि, सुलेखा देवी फाइनेंस कंपनी के कर्मियों से वायदा करते हुए कह रही थी कि वह बेईमान नहीं है। पैसा होते ही वह सारी राशि वापस कर देगी। लेकिन फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें परेशान करता रहे। सोमवार को भी उस फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने सुलेखा देवी के घर जाकर काफी भला, बुरा कहा। जिसे सुलेखा देवी बर्दाश्त नहीं कर पाई और फाइनेंस कंपनी के कर्मियों के वापस जाते ही अपने घर का दरवाजा बंद कर फांसी के फंदे पर लटक गई। जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
इस घटना के बाद गांव वालों ने इसकी खबर तिसरी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस भुराय गांव पहुंची और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया। इधर रेखा देवी की मौत से उनके बच्चों सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।