शिक्षकों के वेतन में 10 प्रतिशत वृद्धि के लिए होगी परीक्षा, 28 हजार पैरा टीचर लेंगे हिस्सा
- झारखंड सरकार की 2022 में जारी अधिसूचना में ऐसे प्रशिक्षित सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) जो शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटीईटी) उत्तीर्ण नहीं हैं, उनके मानदेय में वृद्धि के लिए आकलन परीक्षा का प्रावधान है। आइए जानते हैं पूरी प्रक्रिया क्या है।
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (प्राथमिक शिक्षा निदेशालय), झारखंड सरकार की 2022 में जारी अधिसूचना में ऐसे प्रशिक्षित सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) जो शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटीईटी) उत्तीर्ण नहीं हैं, उनके मानदेय में वृद्धि के लिए आकलन परीक्षा का प्रावधान है। इसके लिए झारखण्ड अधिविद्य परिषद् को अधिकृत किया गया है। अधिसूचना के आलोक में द्वितीय आकलन परीक्षा का आयोजन परिषद् द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है। परिषद की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
एक से 26 अक्तूबर तक परिषद् की वेबसाइट से आवेदन पत्र ऑनलाइन भरे जाएंगे। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा शुल्क 500 रुपये और अन्य अभ्यर्थियों के लिए 750 रुपये निर्धारित है। परीक्षा शुल्क जमा नहीं करने पर प्रवेश पत्र निर्गत नहीं होगा। आवेदन भरते समय विषयों के चयन में सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। त्रुटि होने की स्थिति में परिवर्तन संभव नहीं होगा।
बताते चलें कि पहली आकलन परीक्षा में सामान्य वर्ग के पारा शिक्षकों को 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था। दिव्यांगों के लिए भी अलग से कोई प्रावधान नहीं किया गया था। उन्हें भी 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य था। जैक ने तकनीकी समस्या का समाधान करते हुए एससी-एसटी और ओबीसी पारा शिक्षकों के समान 35 प्रतिशत अंक दिव्यांग पारा शिक्षकों को देने का प्रावधान किया है। परीक्षा पास करने वाले टीचर्स को 10 प्रतिशत मानदेय बढ़कर आएगा। ऐसे में कई टीचर्स को फायदा मिलेगा।
28 हजार पारा शिक्षक होंगे शामिल
दूसरी आकलन परीक्षा में करीब 28 हजार पारा शिक्षक शामिल होंगे। पहली परीक्षा में 41 हजार पारा शिक्षक शामिल हुए थे, जिनमें 10500 शिक्षक सफल नहीं हो सके थे। इन शिक्षकों को दोबारा मौका मिलेगा। वहीं, करीब 19 हजार शिक्षक जिनके शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच पहली आकलन परीक्षा के बाद पूरी की गई है, वे भी इसमें शामिल हो सकेंगे।