पति की लाश बांस में टांगकर नदी में फेंकी, फिर हत्यारन पत्नी ने दर्ज कराई लापता होने की रिपोर्ट
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सीता और सनोज के बीच काफी अरसे से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी अशेश्वर को हो गई थी। उसने पत्नी की इस हरकत का विरोध करना शुरू कर दिया।
रांची पुलिस ने ओरमांझी के डहू गांव में अशेश्वर महतो की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। अशेश्वर द्वारा प्रेम-प्रसंग का विरोध करने पर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। वहीं शव को सिपही नदी के पास फेंक दिया था। पुलिस ने अशेश्वर की पत्नी सीता देवी, उसके प्रेमी सनोज महतो और बहनोई प्रेमनाथ महतो को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में इस्तेमाल किए गए हथौड़ा समेत अन्य वस्तुएं भी पुलिस ने जब्त कर ली हैं।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि सीता और सनोज के बीच काफी अरसे से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी अशेश्वर को हो गई थी। उसने पत्नी की इस हरकत का विरोध करना शुरू कर दिया। इसको लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। इसी दौरान पत्नी सीता ने प्रेमी सनोज के साथ मिलकर अप्रैल में पति की हत्या की योजना बनाई। प्लानिंग के तहत 22 अप्रैल को दिन में ही घटना को अंजाम दे दिया।
पति की हत्या कर दिनभर करती रही पहरेदारी
अशेश्वर और उसकी पत्नी सीता के बीच 22 अप्रैल की सुबह काफी विवाद हुआ था। इसी दौरान सीता ने अपने प्रेमी सनोज को घर बुला लिया। दोनों ने मिलकर हथौड़े से मारकर अशेश्वर की हत्या कर दी। इसके बाद साक्ष्य मिटाने के लिए सीता और उसके प्रेमी ने घर में बिखरे खून के छींटे को जूट के बोरे से साफ कर दिया। उस बोरे को घर के पास पत्ता और प्लास्टिक में छिपा दिया, ताकि उसपर किसी की नजर नहीं पड़े। फिर अशेश्वर के शव को घर पर ही रखकर सीता ने बाहर से ताला बंद कर दिया। सीता और सनोज शव की पहरेदारी में लग गए और शव को ठिकाना लगाने के लिए रात का इंतजार करने लगे।
पति की लाश बांस में टांगकर नदी में फेंकी
इस काम में सनोज ने अपने बहनोई प्रेमनाथ को भी बुला लिया। रात 12 बजे जब गांव में सन्नाटा पसर गया तब सनोज, प्रेमनाथ और सीता ने मिलकर साड़ी से शव को बांध दिया। एक बांस के बल्ला में टांगकर सनोज और प्रेमनाथ शव को सिपही नदी के श्मशान घाट के पास ले गए और पानी में फेंक दिया। इसके बाद तीनों अपने घर लौट गए।
पति के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी
आरोपी पत्नी सीता पति की हत्या करने के बाद 22 अप्रैल को ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट ओरमांझी थाने में दर्ज कराई थी। उसने आवेदन में लिखा था कि उसके पति अशेश्वर 22 अप्रैल को दिन साढ़े 10 बजे डहू गांव में स्थित सनोज के खेत में गए थे। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। अगले दिन सुबह साढ़े 10 बजे पुलिस को यह खबर मिली कि सिपाही नदी में एक युवक का शव मिला है। मौके पर पुलिस पहुंची। सीता को पहचान के लिए बुलाया गया। सीता ने शव की शिनाख्त की। मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद ओरमांझी थाना प्रभारी आलोक सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। गठित टीम ने शनिवार को सभी आरोपियों को दबोच लिया।
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