कौन है ये गैंगस्टर मयंक सिंह, जो व्यवसायियों से रंगदारी मांग खौफ पैदा कर रहा
राजधानी के व्यवसायियों में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह के सदस्य मयंक सिंह के नाम का खौफ समा गया है। सुजीत के नाम पर जितने भी व्यवसायियों से रंगदारी मांगी गई है, उसे फोन करने वाला और लेटर देने वाला...
राजधानी के व्यवसायियों में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह के सदस्य मयंक सिंह के नाम का खौफ समा गया है। सुजीत के नाम पर जितने भी व्यवसायियों से रंगदारी मांगी गई है, उसे फोन करने वाला और लेटर देने वाला खुद को मयंक सिंह बताता है। सुजीत सिन्हा जेल के अंदर और मयंक सिंह जेल के बाहर रहकर पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके हैं।
रांची और दूसरे जिलों में सुजीत सिन्हा के खिलाफ रंगदारी के जितने भी मामले दर्ज हैं, सभी में मयंक सिंह के नाम का जिक्र है। रांची पुलिस पिछले कई माह से इस बात का पता लगाने में सफल नहीं हो पा रही है कि मयंक सिंह आखिर है कौन। जिस मयंक के नाम पर पूरे झारखंड में खेल चल रहा है, पुलिस को यह भी पता नहीं है कि वह जेल में है या बाहर। वह कहां रहता है और सुजीत सिन्हा के लिए क्या-क्या काम करता है। सिटी एसपी सौरभ के अनुसार, सुजीत सिन्हा को जब रिमांड पर लिया गया था तो उसने मयंक सिंह के बारे में बताया था। सुजीत ने कहा था कि वह मयंक सिंह को जानता है। वहीं मयंक इतना शातिर है कि वह पुलिस के रिकॉर्ड में नहीं आता है। पुलिस का यह भी कहना है कि मयंक के नाम का कोई इस्तेमाल भी कर रहा होगा।
मयंक के बारे में जानने के लिए सुजीत सिन्हा को रिमांड पर लेगी पुलिस : तुपुदाना पुलिस का कहना है कि मयंक सिंह के द्वारा रंगदारी मांगे जाने के मामले में हर बिंदु पर गंभीरता से जांच की गई, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। अब पुलिस जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को रिमांड पर लेकर मयंक के बारे में डिटेल पता करेगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई करेगी। हालांकि पुलिस को सूचना है कि सुजीत सिन्हा का सबसे करीबी गुर्गा आकाश राय उर्फ मोनू है। सुजीत का सारा काम वही देखता है। फिलहाल आकाश जेल में बंद है।
50 लाख रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस फेल : अपर बाजार के कारोबारी और धुर्वा के कारोबारी से पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने और घर पर हमला कराने के मामले में पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में फेल साबित हुई है। पुलिस के पास रंगदारी मांगने वाले का फोटो भी है, इसके बावजूद एक कदम आगे नहीं बढ़ पा रही है। सिटी एसपी ने धुर्वा थानेदार को आदेश दिया है कि जेल में बंद पीएलएफआई के उग्रवादियों से इस मामले में पूछताछ करें। वहीं से कोई सुराग मिल सकता है।
पुलिस जल्द खुलासा करेगी : रांची सिटी एसपी सौरभ ने कहा कि मयंक सिंह के बारे में डिटेल जुटाया जा रहा है। सुजीत सिन्हा मयंक सिंह के नाम का दहशत फैलाने में जुटा है। पुलिस जल्द ही खुलासा कर लेगी कि मयंक सिंह कौन है और रंगादारी मांगने के मामले में उसकी भूमिका क्या है।
मयंक सिंह ने किस-किस से मांगी रंगदारी
1. बरियातू इलाके में रहने वाले बिल्डर स्व अभय सिंह से रंगदारी के तौर पर दो करोड़ रुपये मांगे गए थे। रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक सिंह बताया था। इस मामले में अभय सिंह के कार्यालय में हमला भी हुआ था। पुलिस ने समय रहते भारी मात्रा में हथियार और ग्रेनेड बरामद किये थे, लेकिन पुलिस को अभी तक भनक नहीं लग पाई कि मयंक सिंह कौन है।
2. तुपुदाना में रहने वाले अनीश शर्मा से एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी का पैसा नहीं देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में भी रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक सिंह बताया था। जबकि पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई छोड़ चुकी है। हर बार अनुसंधान जारी है कहकर इस मामले में बचने का प्रयास करती है।
3. तुपुदाना में राइस मिल के संचालक प्रवीण कुमार से एक करोड़ रुपये बतौर रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी का पैसा नहीं देने पर उनकी गाड़ी में ही व्यवसायी की हत्या करने की बात कही गई थी। इस मामले में भी मयंक सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया, लेकिन पुलिस पता नहीं कर पाई कि मयंक सिंह कौन है। पुलिस की सुस्ती अपराधियों के कारनामों से व्यवसायी डरे हुए हैं।