झारखंड में बिजली की दरों में होगी वृद्धि, जेबीवीएनएल ने दाखिल की राजस्व रिपोर्ट
बिजली की दरों में 15 से 20 फीसदी तक की वृद्धि हो सकती है। झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए जेएसईआरसी में वार्षिक राजस्व रिपोर्ट (एआरआर) दाखिल कर दिया है।
राज्य में बिजली की दरों में 15 से 20 फीसदी तक की वृद्धि हो सकती है। झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए राज्य विद्युत नियामक आयोग (जेएसईआरसी) में वार्षिक राजस्व रिपोर्ट (एआरआर) दाखिल कर दिया है। जेबीवीएनएल की ओर से टैरिफ वृद्धि का प्रस्ताव अलग से दाखिल किया जाएगा, लेकिन कंपनी ने जो घाटा दिखाया है उसकी भरपाई के लिए माना जा रहा है कि बिजली दरों में 20 फीसदी तक इजाफा का प्रस्ताव दिया जा सकता है। हालांकि जेएसईआरसी अभी प्रस्ताव का अध्ययन करेगा, फिर आपत्तियां मांगी जाएंगी। इसके बाद जनसुनवाई होगी। इसके बाद नई दरें तय होंगी।
जेबीवीएनएल ने दिखाया 7400 करोड़ का घाटा
दाखिल प्रस्ताव में जेबीवीएनएल ने 7400 करोड़ का घाटा दिखाया है। इसमें 2020-2021 में 2200 करोड़, वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 2600 करोड़ तथा 2022-2023 में 2500 करोड़ का घाटा दिखाया गया है। इस आधार पर माना जा रहा है कि वर्ष 2023-2024 के लिए दाखिल टैरिफ पिटीशन में निगम ने 20 प्रतिशत तक दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।
बीते 3 साल में बिजली दर में नहीं हुई है वृद्धि
उल्लेखनीय है कि बीते तीन सालों में बिजली की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। कोरोना काल में सरकार ने कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। इसके बाद विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष से लेकर दोनों सदस्यों के पद खाली होने के कारण चालू वित्त वर्ष में वृद्धि का प्रस्ताव अधर में लटक गया। जेबीवीएनएल की ओर से आयोग के समक्ष दाखिल टैरिफ पिटीशन में खर्च के लिए 9000 करोड़ की जरूरत बताई गई है। इस आधार पर टैरिफ बढ़ाने का आग्रह किया गया है।