झारखंड में 8 साल बाद होगी TET परीक्षा, कितनी होगी फीस; कैसे करना होगा आवेदन, जानें सबकुछ
झारखंड में आठ साल बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा होने वाली है। इसके लिए अभ्यर्थी 23 जुलाई से 22 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं की अलग-अलग परीक्षा होगी।
झारखंड में आठ साल बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) होने जा रही है। इसके लिए अभ्यर्थी 23 जुलाई से 22 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने शुक्रवार को इसका विज्ञापन जारी किया। पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं की अलग-अलग शिक्षक पात्रता परीक्षा होगी। डीएलएड व बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी ही शिक्षक पात्रता परीक्षा में आवेदन कर सकेंगे। इसमें अनसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा और दिव्यांग कोटि के अभ्यर्थियों को निर्धारित शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्राप्तांक में पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी। वहीं, विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह को प्राप्तांक में 7 की छूट दी जाएगी। एक बार आवेदन भरे जाने के बाद दोबारा संशोधन नहीं किया जाएगा।
700 से 1300 रुपये तक शुल्क
अभ्यर्थियों को आवेदन करने के लिए 700 रुपये से लेकर 1300 रुपये तक शुल्क देना होगा। सामान्य जाति, अत्यंत पिछड़ा, पिछड़ा व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को 1300-1300 रुपये, अनसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और दिव्यांग कोटि के अभ्यर्थियों को 700-700 रुपये और आदिम जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए 500 रुपये का शुल्क लगेगा। वहीं, अगर प्राइमरी और अपर प्राइमरी के टेट के लिए आवेदन करते हैं तो सामान्य, अत्यंत पिछड़ा, पिछड़ा व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को 1500-1500 रुपये, अनसूचित जनजाति, जाति वदिव्यांग कोटि के अभ्यर्थियों को 800-800 और आदिम जनजाति के अभ्यर्थियों के लिे 600 रुपये का शुल्क लगेगा।
2013 व 2016 में ली गई थी परीक्षा
झारखंड में इससे पहले 2013 और 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई थी। 2013 में 68 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे, जबकि 2016 में 53 हजार परीक्षार्थी पास हुए थे। 2013 में सफल टेट अभ्यर्थी 2015-18 की नियुक्ति प्रक्रिया में शिक्षक बन गए हैं, लेकिन 2016 के सफल अभ्यर्थी अब तक इस आधार पर शिक्षक नहीं बन सके हैं। वर्तमान में सहायक आचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया में वे शामिल हो रहे हैं।
सामान्य के लिए न्यूनतम 60 अंक जरूरी
शिक्षक पात्रता परीक्षा में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को न्यूनतम 60 अंक लाना होगा। इसके अलावा हर पेपर में उन्हें कम से कम 40 अंक होने अनिवार्य हैं। वहीं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आदिम जनजाति और दिव्यांक कोटि के अभ्यर्थियों को हर पेपर में कम से कम 30-30 अंक और ओवरऑल 50-50 अंक लाने होंगे। इनके अलावे अत्यंत पिछड़ा व पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को हर पेपर में न्यूनतम 35-35 अंक और ओवरऑल कम से कम 55-55 अंक लाने होंगे।
ओएमआर शीट पर ली जाएगी परीक्षा
शिक्षक पात्रता परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। परीक्षा ढाई घंटे तक चलेगी। सभी विषयों के प्रश्न ऑब्जेक्टिव और बहुविकल्पीय होंगे। इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। ओएमआर शीट पर किसी प्रकार की छेड़छाड़ करने, गलत सूचना भरने और गलत ओएमआर का उपयोग करने पर अभ्यर्थिता रद्द कर दी जाएगी। परीक्षा के बाद ओएमआर शीट का पुनर्मूल्यांकन या फिर से जांच नहीं की जाएगी।