ओमान में फंसे झारखंड के 6 मजदूर, 5 महीने से नहीं मिला वेतन; वतन वापसी की लगाई गुहार
ओमान की राजधानी मस्कट में झारखंड के बोकारो, गिरिडीह व हजारीबाग के फंसे 6 मजदूरों की वतन वापसी का गतिरोध अब तक दूर नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से परेशान होकर फिर से सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
ओमान की राजधानी मस्कट में झारखंड के बोकारो, गिरिडीह व हजारीबाग के फंसे 6 मजदूरों की वतन वापसी का गतिरोध अब तक दूर नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से परेशान होकर फिर से सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है। फंसे मजदूरों में बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पोखरिया के युगल महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नेरकी के संजय महतो, उच्चाघाना के महादेव महतो, अम्बाडीह के दिनेश महतो व अर्जुन महतो तथा गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत महुरी के किशोर महतो शामिल हैं। हाल यह है कि खाने-पीने के लिए लोग दाने-दाने को मोहताज हैं।
पांच महीने से मजदूरों को वेतन नहीं मिला
पिछले 22 दिसंबर 2022 को मोबाइल टॉवर खड़ी करनेवाली कंपनी में काम करने के लिए ओमान की राजधानी मस्कट गये थे। जहां 2 महीने वेतन मिलने के बाद पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है। मजदूर के परिजन परेशान हैं।
समाजसेवियों ने सरकार से की अपील
प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली का कहना है कि सरकार कंपनी पर दबाव बनाकर मजदूरों को बकाया मजदूरी और टिकट दिलाए। कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है जब काम की तलाश में मजदूर विदेश जाते हैं, तब उन्हें वहां कई तरह की यातनाएं झेलनी पड़ती है और बड़ी मुश्किल से वे वतन लौट पाते हैं। ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।