रिम्स के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने कोर्ट में किया सरेंडर, 15 जून तक जेल भेजा
रिम्स में जूनियर रेजिडेंट (पीजी छात्रा) डॉक्टर से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अरुण कुमार मौर्य ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया। पुलिस को चकमा देते हुए उसने न्यायिक दंडाधिकारी...
रिम्स में जूनियर रेजिडेंट (पीजी छात्रा) डॉक्टर से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अरुण कुमार मौर्य ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया। पुलिस को चकमा देते हुए उसने न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह की अदालत में सरेंडर किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लेकर 14 दिनों के लिए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया।
बता दें कि 27 मई की रात दुष्कर्म का प्रयास किए जाने के बाद पीड़िता ने 28 मई को आरोपी सीनियर रेजिडेंट के खिलाफ बरियातू थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके के बाद से ही बरियातू पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। लेकिन, आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर रहा। शिकंजा कसता देख आरोपी सरेंडर करने अदालत पहुंच गया पर पुलिस को भनक भी नहीं लगी। बता दें कि आरोपी डॉक्टर रिम्स के एनेस्थिसिया विभाग में कार्यरत है। काफी समय से महिला डॉक्टर के पीछे पड़ा था। पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने पहले भी कई बार उसे परेशान किया था।
क्या है मामला : 27 मई की रात एनेस्थेसिया विभाग की जूनियर रेजिडेंट (महिला डॉक्टर) रिम्स के कोविड आईसीयू वार्ड में ड्यूटी कर रही थी। वहीं आरोपी सीनियर रेजिडेंट की भी ड्यूटी लगी थी। ड्यूटी के बाद जब घर जाने का समय हुआ तो आरोपी ने महिला डॉक्टर से कहा कि रात काफी हो गई है, उसका घर बंद हो गया है। गार्ड भी कॉल नहीं उठा रहा है, इसलिए वह भी उसके साथ रहेगा। लेकिन, साथ रहने से इनकार करते हुए महिला डॉक्टर ने सीनियर के लिए पेइंग वार्ड में कमरा बुक करा दिया। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता को रूम दिखाने के बहाने बुलाया और पानी की बोतल मांगी। ज्यों ही वह पानी की बोतल देने पहुंची, सीनियर ने उसके साथ गलत हरकत शुरू कर दी और दुष्कर्म का प्रयास किया। किसी तरह महिला डॉक्टर उसे धक्का देकर वहां से भाग निकली और अपने साथियों को इसकी जानकारी दी।