हॉस्टल में स्कूली छात्रा हुई प्रेग्नेंट, प्यार में धोखा देने का लगाया आरोप; केस दर्ज
हजारीबाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रवीण रंजन ने मंगलवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का दौरा किया। उनके साथ एजुकेशर एसडीओ दीपक कुमार, बरकट्ठा बीईओ और एक महिला शिक्षका भी थीं।
कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की छात्राएं भी सुरक्षित नहीं हैं। इसका खुलासा एक छात्रा के गर्भवती होने के बाद हुआ। कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की एक छात्रा को फेसबुक पर बरही के तेलोडीह के एक युवक रूपेश कुमार से प्यार हो गया। इसके बाद युवक स्कूल के बाहर आता और छात्रा निकलकर उसके साथ चली जाती थी। इसी बीच वह गर्भवती हो गई। गर्भवती छात्रा ने 28 मार्च को प्यार में धोखा और शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया। यह बरकट्ठा की घटना है।
मामले को पॉक्सो एक्ट के तहत रूपेश कुमार को आरोपी बनाया गया है। लेकिन मामला दर्ज के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। सवाल उठना लाजमी है कि छात्रा हॉस्टल से बिना वार्डेन के अनुमति के वह किसी दूसरे के साथ स्कूल से गायब कैसे हो जाती थी। इस घटना से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि वार्डेन लापरवाह और छात्राओं के प्रति उदासीन रवैया अख्तियार का ली है।
हजारीबाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रवीण रंजन ने मंगलवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का दौरा किया। उनके साथ एजुकेशर एसडीओ दीपक कुमार, बरकट्ठा बीईओ और एक महिला शिक्षका भी थीं। डीईओ ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जानकारी इकट्ठा की गयी है एक दो दिनों में जांच पूरी करने के बाद इसपर कुछ कहा जा सकता है।
यह भी जानिए: प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद हंगामा
वहीं एक दूसरे मामले में चौपारण प्रखंड के उप स्वाथ्य केंद्र महूदी (ठूठी) में मंगलवार को प्रसव के दौरान मानगढ़ निवासी 25 वर्षीया सुनीता देवी पति संतोष कुशवाहा की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। मृतका के पति संतोष कुशवाहा ने बताया कि सुबह 10 बजे पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे उप स्वाथ्य केंद्र महुदी में भर्ती कराया गया।
वहां पदस्थापित एएनएम ने जांच के बाद बताया कि महिला की स्थिति बिल्कुल सामान्य है कुछ देर में प्रसव जो जाएगा। बार-बार पूछने के बाद भी एएनएम यही बात कहती रही। तबतक समय काफी बीत चुका था, अचानक प्रसव कक्ष से बाहर आई और महिला को प्रसव के लिए बाहर ले जाइए। तबतक सुनीता की स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी। इधर सूचना के बाद थाना प्रभारी दीपक सिंह दलबल के साथ अस्पताल पहुंचे और हो हंगामा कर रहे परिजनों को समझा बुझा कर एएनएम पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कहकर मामला को शांत कराया। अस्पताल पहुंचे पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने घटना के प्रति घोर निंदा करते हुए कहा कि इलाज में लापरवाही बरतने वाली एएनएम पर कार्रवाई हो।