राजधानी एक्सप्रेस में फैली आग लगने की अफवाह, धुआं देख यात्रियों में मचा हड़कंप
रांची विलंब से आने के चलते ट्रेनों को शनिवार को शाम 610 के बजाए 725 बजे दिल्ली रवाना किया गया। बताया गया कि यात्रियों ने ट्रेन के चक्के से धुआं व चिंगारी निकलती देखी।
दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह पर शनिवार को यात्रियों में हड़कंप मच गया। घटना अलसुबह 3:04 बजे बिहार के रफीगंज स्टेशन के पास की है। 90 से 100 किमी प्रतिघंटे की गति से दौड़ रही ट्रेन में इस अफवाह के बाद इसकी सूचना ट्रेन स्टाफ को दी गई। इसके बाद ट्रेन करीब सवा घंटे के लिए रोक दिया गया। ब्रेक को ठीक करके ट्रेन रांची के लिए खुली।
बताया गया कि ब्रेक में घर्षण के चलते धुआं निकल रहा था। रांची विलंब से आने के चलते ट्रेनों को शनिवार को शाम 610 के बजाए 725 बजे दिल्ली रवाना किया गया। बताया गया कि यात्रियों ने ट्रेन के चक्के से धुआं व चिंगारी निकलती देखी। इस पर सभी ने शोर मचाना शुरू कर दिया। ट्रेन को रोककर खराबी को ठीक किया गया। रांची रेल मंडल के सीनियर डीसीएम निशांत कुमार ने बताया की ब्रेक बाइडिंग के कारण धुआं उठा था। इसकी सूचना तत्काल लोको पायलट को दी गई।
नीलांचल एक्सप्रेस के यात्रियों पर तार गिरा, दो घायल
रांची रेलमंडल के सुइसा-तिरुलडीह सेक्शन के बीच ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट या ओवर हेड तार) टूटने से नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन से सफर कर रहे दो यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों यात्री बोगी के गेट पर बैठे थे। ट्रेन को रोककर दोनों घायलों को तुरंत झालिदा के ब्लॉक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। इसके बाद उन्हें मुरी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। इसमें राहुल कुमार नामक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ है। घटना का पता चलने पर मंडल प्रबंधक जसमीत सिंह बिंद्रा और सीनियर डीसीएम निशांत कुमार उन्हें देखने मुरी पहुंचे। बताया गया कि राहुल को ओ निगेटिव ब्लड की जरूरत पड़ी। उसे एक चिकित्सक ने अपना खून दिया। उसे वेंटिलेशन पर रखा गया है। दूसरे यात्री रामाशंकर की हालत ठीक बताई गई है।
सुबह 7:25 बजे की घटना
जानकारी के अनुसार घटना सुबह करीब 7:25 बजे हुई। इसके बाद तुरंत आरपीएफ और रेलवे के अन्य कर्मचारी सुइसा रेलवे स्टेशन के पास पहुंच गए। पूछताछ से पता चला कि ट्रेन सुइसा स्टेशन से गुजर रही थी। तभी ओएचई तार व पेंटो टूट गया। इसके बाद ट्रेन रोक दी गई। ओएचई टावर वैगन मुरी से 930 बजे वहां पहुंचा और टूटे तार को जोड़ा गया। करीब 9:50 बजे मरम्मत का कार्य पूरा हुआ। ट्रेन करीब 10 बजे टाटा के लिए रवाना हुई। आरपीएफ के अनुसार दोनों घायल रायबरेली से टाटा परिजनों के साथ जा रहे थे। कुछ सीट वेटिंग में होने के कारण वे गेट के फुट प्लेट पर बैठे हुए थे। सीनियर डीसीएम निशांत कुमार ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है। एक को उपचार के लिए रांची भेजा जा रहा है। दूसरे की हालत में सुधार होते ही रांची लाया जाएगा।