9 माह की बच्ची को एवियन फ्लू, अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग; अस्पताल-प्रभावित क्षेत्रों में होगी इनफ्लुएंजा मरीजों की स्क्रीनिंग
रिम्स में भर्ती नौ माह की बच्ची में एवियन फ्लू की पुष्टि होने के बाद फिर स्वास्थ्य विभाग रेस हो गया है। अस्पताल प्रभावित इलाकों में इनफ्लुएंजा मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
रिम्स में भर्ती नौ माह की बच्ची में एवियन फ्लू की पुष्टि होने के बाद फिर स्वास्थ्य विभाग रेस हो गया है। एनएचएम, झारखंड के अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रिम्स निदेशक के साथ रांची व रामगढ़ के सिविल सर्जन को विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि रिम्स में एक बच्ची में इन्फ्लुएंजा ए (सबटाइप एच3 एन1) रिपोर्ट की गयी है।
इसे देखते हुए इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) और इन्फ्लुएंजा ए (एच1एन1, एच3एन2) जैसे श्वसन वायरस की लगातार बदलती प्रकृति की निगरानी करने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने प्रभावित क्षेत्र एवं मेडिकल कॉलेजों समेत दोनों जिलों के सभी अस्पतालों (ओपीडी व इनडोर) में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के रोगियों की स्क्रीनिंग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। साथ ही इसके शुरुआती बढ़ते रुझान का पता लगाने के लिए हर दिन की रिपोर्टिंग आईडीएसपी-आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड करने की हिदायत दी है। बता दें कि बीते मार्च में भी जमशेदपुर में एक बुजुर्ग एवं रांची में एक बच्चे में एच3एन2 की पुष्टि हुई थी। इसके बाद अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने एडवायजरी जारी करते हुए राज्य के सभी उपायुक्तों को एहतियाती उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।
जांच के साथ मास फीवर सर्वे कराएं
अभियान निदेशक ने कहा है कि डिस्ट्रिक सर्विलांस यूनिट, आईडीएसपी के माध्यम से ऐसे मामलों की गहन निगरानी करते हुए संदिग्ध मरीज के नमूने की इन्फ्लुएंजा, कोविड और एडेनोवायरस की आवश्यकता के अनुसार जांच कराएं। यह मौसम इन्फ्लुएंजा, अन्य वायरल श्वसन रोग जैसे एडेनोवायरस आदि के लिए भी अनुकूल है। अधिक आयु वाले लोग, कई बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति के साथ ही गर्भवती महिलाएं इन वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हो सकती है। इसे देखते हुए प्रभावित क्षेत्र में गहन निगरानी करते हुए मास फीवर सर्वे कराएं। उन्होंने सिविल सर्जनों को अलर्ट करते हुए प्राथमिकता के आधार पर सक्रिय कार्रवाई एवं उचित उपाय करने का निर्देश दिया है।
जमशेदपुर के ग्रामीण से लेकर शहरी इलाकों में डेंगू का प्रकोप जमशेदपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिला निगरानी इकाई, जमशेदपुर ने पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 153 की रिपोर्ट की है। अभियान निदेशक ने जमशेदपुर में डेंगू आउटब्रेक पर चिंता जाहिर करते हुए सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम को विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया है। डेंगू रोकने को त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने कहा है।
अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त रखने की हिदायत
अभियान निदेशक ने दोनों जिलों के उपायुक्तों को अस्पतालों में बेड, दवा, ऑक्सीजन, उपकरण आदि का आकलन कर तैयारी सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। सभी हेल्थ केयर वर्कर को इस बीमारी के लक्षणों के प्रति जागरूक करते हुए उन्मुख करने का निर्देश दिया है। साथ रिम्स रांची और एमजीएम जमशेदपुर के वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब को इन्फ्लुएंजा की जांच के लिए नामित किया गया है। इसके लिए दोनों लैबों को नमूना प्राप्त करने एवं जांच के लिए तैयार रखने कहा है। जागरुकता के तहत श्वसन शिष्टाचार अपनाना है।