RIMS में मरीजों को बड़ी राहत, आज से शुरू होगा 50 बेड का न्यूरो सर्जरी वार्ड; मिलेंगी ये सुविधाएं
न्यूरो सर्जरी के इस वार्ड में वेंटिलेटर और आईसीयू की सुविधा भी मरीजों को मिलेगी। यहां बेड मिलने से मरीजों को रिम्स के तीसरे तल्ले पर बरामदे में इलाज करान को मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के मरीजों की परेशानी दूर होने वाली है। अब मरीजों को आईसीयू और वेंटिलेटर बेड के लिए इंतजार नहीं करना होगा। रिम्स के पुराने इमरजेंसी परिसर में 50 बेड की सुविधा की शुरुआत हो जाएगी। इसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बुधवार को करेंगे। उद्घाटन के मौके पर स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह भी मौजूद रहेंगे।
न्यूरो सर्जरी के इस वार्ड में वेंटिलेटर और आईसीयू की सुविधा भी मरीजों को मिलेगी। यहां बेड मिलने से मरीजों को रिम्स के तीसरे तल्ले पर बरामदे में इलाज करान को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। बता दें कि इस वार्ड के शुरू हो जाने से मरीजों को रिम्स की वर्षों पुरानी समस्या से निजात मिल जाएगी।
बरामदे में इलाज से मिलेगी मुक्ति
रिम्स के न्यूरो सर्जरी वार्ड में बेड नहीं मिलने के कारण बरामदे में इलाज कराना पड़ता था। इससे उन्हें ठंड में शीतलहर के बीच भी बरामदे में रहकर ही इलाज कराना पड़ता था। वहीं, गर्मी में लू और बारिश में तिरपाल के बीच इलाज कराने की समस्या होती है। न्यूरो सर्जरी के अतिरिक्त वार्ड के शुरू हो जाने से मरीजों को इन समस्याओं से सामना नहीं करना पड़ेगा।
नर्स-डॉक्टर खोजकर नहीं लाना होगा
वार्ड में मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए हर वक्त जूनियर डॉक्टर्स और नर्सें मौजूद रहेंगी। तीसरे तल्ले के बरामदे में इलाज कराने के दौरान इन्हें नर्सों को खोजकर लाना होता है। मरीज अब इस परेशानी से बचेंगे। इसके अलावा उन्हें दवाइयां भी हर वक्त आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। बाहर नहीं जाना होगा।
बिल्डिंग का भी अलग से हो रहा है निर्माण
रिम्स में सबसे अधिक मरीज न्यूरो सर्जरी वार्ड में ही भर्ती रहते हैं। इसको देखते हुए रिम्स परिसर में न्यूरो सर्जरी वार्ड के लिए एक अलग बिल्डिंग का भी निर्माण कराया जा रहा है। रिम्स के डेंटल वार्ड के बगल की खाली जमीन पर बिल्डिंग का निर्माण कराया जाना है। इस बिल्डिंग को न्यूरोसर्जरी से जुड़ी सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा।