रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के सामने आए 2 दर्जन मवेशी, टला बड़ा हादसा
जानकारी के मुताबिक रांची से ट्रेन शाम 5.10 बजे खुली। 614 बजे लोहरदगा क्रॉस कर यह 2 किमी आगे बढ़ी कि ट्रैक पर दो दर्जन गाय-बैल आ गए। इसे देख ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी। ट्रेन यहां 6.15 से 6.18 बजे तक रुकी
रांची से नई दिल्ली के खुली राजधानी एक्सप्रेस रविवार शाम चालक की सतर्कता से लोहरदगा के पास र्दु्घटनाग्रस्त होने से बच गई। दरअसल, ट्रेन के आगे अचानक मवेशी आ गए। इसे देख ड्राइवर ने ट्रेन रोक दी। इससे यात्रियों में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।
रांची से शाम 5:10 बजे खुली थी ट्रेन
जानकारी के मुताबिक रांची से ट्रेन शाम 5.10 बजे खुली। 614 बजे लोहरदगा क्रॉस कर यह दो किमी आगे बढ़ी कि ट्रैक पर दो दर्जन गाय-बैल आ गए। इसे देख ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी। ट्रेन यहां 6.15 से 6.18 बजे तक रुकी रही। जब मवेशी ट्रैक पार कर गए तब ट्रेन बढ़ी। बताया जाता है कि जिस वक्त यह वाक्या हुआ उस वक्त ट्रेन रफ्तार 150 किमी से अधिक थी। हालांकि, इस बाबत कोई कुछ नहीं बोल रहा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अगर ड्राइवर ने ट्रेन न रोकी होती, तो बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था। जहां घटना घटी, वहां पटरी जमीन से 20 फीट ऊंचाई पर है। ट्रेन के चालक ने घटना की जानकारी ट्रेन में सफर कर रहे सुरक्षा अधिकारियों के अलावा रांची को भी दे दी है।
रांची रेलमंडल के डीआरएम क्या बोले
रांची रेलमंडल के डीआरएम प्रदीप गुप्ता ने कहा कि राजधानी एक्सप्रेस के साथ ऐसी घटना हुई है, इसकी उन्हें फिलहाल जानकारी नहीं है। संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।
ओडिशा ट्रेन हादसे में 288 की हुई थी मौत
गौरतलब है कि 2 जून को शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस ट्रेन के बीच ओडिशा के बालासोर स्थित बहानगा स्टेशन के पास हुई टक्कर में 288 लोगों की मौत के बाद यात्रियों में थोड़ा संशय है। उस हादसे के तुरंत बाद झारखंड में एक और बड़ा हादसा टला था। धीरे-धीरे ही यात्री ट्रेन यात्रा को लेकर सामान्य हो पाएंगे।