जेल से भी साहिबगंज में अवैध खनन कराता रहा पंकज मिश्रा, ऐसे हुआ खुलासा
अवैध खनन के मामले में जेल में बंद बरहेट के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। दरअसल ईडी की जांच में पता चला है कि साहिबगंज में कार्रवाई के बाद भी अवैध खनन नहीं रुका।
अवैध खनन के मामले में जेल में बंद बरहेट के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। दरअसल ईडी की जांच में पता चला है कि साहिबगंज में कार्रवाई के बाद भी अवैध खनन नहीं रुका। इस मामले में ईडी ने विजय हांसदा के बयान पर दर्ज केस में नया ईसीआईआर दर्ज किया है, जो नींबू पहाड़ी पर अवैध खनन से जुड़ा है। इसी केस की जांच में ईडी की टीम अभी साहिबगंज में है।
जेल में रहकर भी अवैध खनन जारी है
ईडी ने जांच में पाया है कि जेल में बंद पंकज मिश्रा की सरपरस्ती में अब भी साहिबगंज के अलग-अलग जगहों पर अवैध खनन जारी है। ईडी ने अपनी जांच में यह भी पाया है कि बच्चा यादव, पवित्तर यादव समेत अन्य की मदद से जेल मे रहने के बावजूद पंकज मिश्रा अब भी साहिबगंज में अवैध खनन करा रहा है।
साहिबगंज में कई स्थानों पर अवैध खनन
ईडी ने साहिबगंज में उन जगहों का दोबारा सर्वे किया, जहां पहले अवैध खनन हुआ था। ईडी ने इस बार पाया कि पूर्व में हुए सर्वे के बाद उस इलाके में फिर से खुदाई हुई है। इसके कारण दोबारा सर्वे में खनन क्षेत्र का दायरा बढ़ा हुआ पाया गया। नींबू पहाड़ी में सर्वे के दौरान अवैध खनन के लिए रखी गई एक्सप्लोसिव भी बरामद की गई। ईडी इस मामले में साहिबगंज पुलिस को पत्र लिखकर पंकज मिश्रा, पवित्तर यादव और बच्चा यादव समेत अन्य पर एफआईआर दर्ज करने के लिए कहेगी। उल्लेखनीय है कि विजय हांसदा ने 2022 में साहिबगंज के जिला सत्र न्यायालय में नींबू पहाड़ी में अवैध खनन का आरोप लगाते हुए शिकायतवाद दर्ज कराया था।
ईडी ने नए सिरे से ईसीआरईआर दर्ज की
तब पंकज मिश्रा, पवित्तर कुमार यादव, दाहू यादव के भाई राजेश यादव, संजय यादव और सुभेश मंडल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। लेकिन पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज नहीं किया। इसी बीच साहिबगंज पुलिस ने आर्म्स एक्ट के केस में विजय हंसदा को जेल भेज दिया। विजय ने जेल से आरोप लगाया कि पुलिस ने फर्जी तरीके से हथियार सटाकर उसे जेल भेज दिया था। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट कंप्लेन केस भी दर्ज किया। इसमे पंकज मिश्रा समेत अन्य को आरोपी बनाया गया था। ईडी ने कोर्ट कंप्लेन केस के आधार पर नए सिरे से ईसीआईआर दर्ज की।