ओडिशा ट्रेन हादसा: 18 यात्री अब भी लापता, 81 शवों की पहचान नहीं; DNA टेस्ट की तैयारी
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे के बाद अब तक 18 यात्रियों का पता नहीं चला है। इनमें आरक्षित और सामान्य कोच के यात्री शामिल हैं। राहत एवं बचाव दल अब भी क्षतिग्रस्त बोगियों और अस्पतालों में तलाश कर रहा है
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे के बाद अब तक 18 यात्रियों का पता नहीं चला है। इनमें आरक्षित और सामान्य कोच के यात्री शामिल हैं। परेशान परिजनों की शिकायत पर रेलकर्मी व सुरक्षा जवान क्षतिग्रस्त बोगियों व विभिन्न अस्पतालों में भर्ती, जख्मी व अज्ञात शवों में लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं। हादसे के बाद से अचेत कई लोगों का नाम व पता रेलवे में भी दर्ज नहीं है। जबकि परिजन फोटो लेकर बंगाल एवं ओडिशा के स्टेशनों का चक्कर लगा रहे हैं। गौरतलब है कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर जिला स्थित बहानगा स्टेशन के पास 2 ट्रेन और 1 मालगाड़ी की आपस में टक्कर हो गई थी। टक्कर के बाद दोनों ट्रेनों की कई बोगियां डीरेल हो गई थी। हादसे में 291 लोगों की जान गई।
अस्पताल में रखे 81 शवों की अब तक पहचान नहीं
इधर, रेलवे एवं ओडिशा के अस्पतालों में अभी 81 ऐसे शव पड़े हैं, जिनकी अबतक शिनाख्त नहीं हुई है। सभी शवों की शिनाख्त के लिए रेलवे ने विज्ञापन निकालने के साथ हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, ताकि लोग संपर्क कर शव की शिनाख्त कर सकें। अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए रेलवे दावा करने वाले परिजनों का रक्त नूमना लेकर डीएनए जांच कराएगा। हेल्पलाइन नंबर पर अज्ञात यात्रियों को लेकर भी दर्जनों फोन आ रहे हैं।
ओडिशा के बहानगा में 2 जून को हुआ था हादसा
ओडिशा के बहानागा में 2 जून की शाम शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकराकर बेपटरी हो गई थीं। इस दौरान यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस डाउन लाइन से आ रही थीं, जो कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से टकराई थीं। इससे साढ़े 78 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ओडिशा-बंगाल लाइन पर ठप था। वहीं, ट्रेनों को रद्द करने के साथ बदले मार्ग पर अबतक चलाया जा रहा है। दूसरी ओर, रेलवे को दुर्घटना से अबतक करीब डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हो चुका है।
भीषण ट्रेन हादसे में 900 से ज्यादा लोग घायल हुए
दो एक्सप्रेस ट्रेनों के हादसे में 900 से ज्यादा लोगों के जख्मी होने के साथ 291 यात्रियों की मौत हुई है। रेलवे अबतक 209 मृत यात्रियों के परिजनों समेत 160 गंभीर व अन्य जख्मी को मुआवजा में 27 करोड़ रुपये बांट चुका है। ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे जोन लापता यात्रियों समेत अज्ञात शव की शिनाख्त परिजनों को मुआवजा देने के लिए कर रहा है। रेलवे के अनुसार, किसी अज्ञात जख्मी यात्री या मृत यात्री का मुआवजा दावा करने वाले को आधार कार्ड और पीएनआर नंबर दिखाना होगा।
मृत यात्रियों की शिनाख्त के लिए हेल्पलाइन जारी
मृत यात्रियों की शिनाख्त के लिए 139 समेत आठ हेल्पलाइन नंबर जारी हुए हैं। इनमें दिगंबर पाढ़ी सहायक कार्मिक पदाधिकारी 8455887604, विश्वनाथ पाढ़ी 8455885967, तपन कुमार 8455885040 और विकास कुमार के नंबर 8455885041 शामिल हैं। दूसरी ओर, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन 0657-2534027, ईस्ट कोस्ट जोन कंट्रोल रूम 8455885999 है।