मांगों को लेकर अड़ा कुरमी समाज, 3 दिन से विरोध प्रदर्शन जारी; झारखंड आने वाली 60 ट्रेनें रद्द
पश्चिम बंगाल में ST का दर्जा दिए जाने पर कुड़मी समाज पिछले 3 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहा है। आज 60 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। बिहार की तरफ आने वाली ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के पश्चिम बंगाल स्थित कुस्तौर और खेमासुली स्टेशन पर कुरमी जाति को एसटी का दर्जा देने की मांग पर तीसरे दिन शुक्रवार को भी रेललाइन जाम रही। इससे रेलवे ने 82 ट्रेनों का आवागमन रद्द कर दिया, क्योंकि टाटानगर से खड़गपुर के बीच लाइन पर एक हजार से ज्यादा लोगों के बैठने से ट्रेन सेवा ठप है। इस आंदोलन से विभिन्न राज्यों के करीब 45 हजार यात्री परेशान हो रहे हैं।
आज भी 60 ट्रेनें रहेंगी रद्द
दक्षिण पूर्व जोन ने शनिवार की भी 60 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इनमें टाटानगर से बिहार, दिल्ली, मुंबई, हावड़ा व पुरी मार्ग की 46 ट्रेनें हैं। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार कुड़मी आंदोलन लंबा चल सकता है।
करोड़ों के राजस्व का नुकसान
रेलवे लाइन जाम के कारण तीन दिन में रेलवे अबतक 317 ट्रेनों को रद्द कर चुका है। इसके साथ ही 44 ट्रेनों को बदले मार्ग पर चलाया जा रहा है। लेकिन रेल मंत्रालय या फिर राज्य सरकार चुप्पी साधे बैठी हैं, जबकि 70-80 मालगाड़ियों के नहीं चलने से लोडिंग व ढुलाई प्रभावित होने के साथ चक्रधरपुर मंडल को राजस्व का रोज करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
45 लाख का घाटा
लगातार हावड़ा-पटना मार्ग पर ट्रेन परिचालन ठप होने से टाटानगर रेलवे को अबतक करीब 45 लाख, जबकि चक्रधरपुर मंडल के अन्य स्टेशनों पर रोज 10-15 लाख का नुकसान होने की उम्मीद है। रोज दो से ढाई हजार टिकट रिफंड होने और बंगाल, बिहार व ओडिशा मार्ग की ट्रेनों में टिकट बुक नहीं होने से घाटा हो रहा है। हालांकि चक्रधरपुर, चाईबासा व राउरकेला मार्ग पर अन्य ट्रेनें चल रही हैं लेकिन रेलवे को ज्यादा राजस्व बिहार, यूपी, बंगाल और ओडिशा की ट्रेनों से मिलता है।
रेलवे ने टाटानगर स्टेशन पर यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पडेस्क खोला है, जहां से यात्री व उनके परिजन मायूस होकर लौट रहे हैं, क्योंकि लोग बिहार, बंगाल व ओडिशा मार्ग की ट्रेनों की जानकारी मांगते हैं जो नहीं मिलती। लेकिन टिकट निरीक्षक लाइन जाम रहने की सूचना देकर बिहार बंगाल की ट्रेनों के सामान्य होने का स्पष्ट समय नहीं बता पाते हैं।
चार ट्रेनों से भेजे गए दो हजार यात्री
रेलवे ने पुणे-हावड़ा आजाद हिन्द, मुंबई-हावड़ा मेल, मुंबई-हावड़ा गीतांजलि व अहमदबाद हावड़ा व कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस को गुरुवार रात व शुक्रवार सुबह टाटानगर तक चलाया। इससे गीतांजलि व कुर्ला एक्सप्रेस की खाली बोगियों को टाटानगर में रख लिया गया और आजाद हिन्द, मुंबई मेल व अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस से करीब दो हजार यात्रियों को बदले मार्ग पर इंजन बदलकर बोकारो और मिदनापुर के रास्ते खड़गपुर व हावड़ा पहुंचाया गया।