11 हजार पैरा टीचर्स के डॉक्यूमेंट्स की नहीं हो सकी जांच, मानदेय में महज 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग बचे पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की प्रक्रिया के लिए 15 दिन बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पास प्रस्ताव भेजा गया है।
झारखंड के पैरा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) के प्रमाणपत्रों की जांच की तारीख शनिवार को खत्म हो गई। करीब 50 हजार शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी हो गई है, जबकि 11 हजार पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच अभी तक नहीं हो सकी है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग बचे पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की प्रक्रिया के लिए 15 दिन बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पास प्रस्ताव भेजा गया है।
राज्य में 61 हजार पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की प्रक्रिया अप्रैल से शुरू की गई। सितंबर तक जांच प्रक्रिया पूरी कर लेनी थी। जांच पूरी नहीं हुई तो पारा शिक्षकों के मानदेय पर रोक लगा दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हस्तक्षेप कर 31 दिसंबर तक जांच प्रक्रिया पूरी करने और इस दौरान किसी प्रकार मानदेय में रोक नहीं लगाने का निर्देश दिया। अब तक जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है और अभी भी पारा शिक्षकों के प्रमाणपत्र जांच में लंबित है तो जांच के लिए 15 दिन का समय बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इनमें अधिकांश के प्रमाणपत्र जांच के लिए विभिन्न विश्वविद्यालय, बोर्ड और संस्थानों में गए हुए हैं। पिछले एक सप्ताह से विश्वविद्यालयों में अवकाश की वजह से जांच रिपोर्ट नहीं आ सकी है। वहीं, एनआईओएस से कम समय में इंटरमीडिएट करने वाले और 50 फीसदी से अधिक अंक लाने वाले पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की मान्यता भी दे दी गई है।
260 से ज्यादा शिक्षक निकले फर्जी
पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान 260 से ज्यादा पारा शिक्षकों ने अपनी नौकरी खुद छोड़ दी है। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि उनके सर्टिफिकेट फर्जी होने वजह से उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी। वहीं, शिक्षा विभाग वैसे पारा शिक्षक जिनके सर्टिफिकेट जांच के दौरान फर्जी पाए गए, उन्हें भी चिह्नित कर रही है। ऐसे सभी शिक्षकों को 31 दिसंबर के प्रभार से सेवामुक्त किया जाएगा और उन्हें एक जनवरी से मानदेय का भुगतान नहीं किया जाएगा।
चार फीसदी वार्षिक मानदेय में बढ़ोतरी
जिन पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी हो गई है और प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार द्वारा उनकी संतोषप्रद सेवा की संपुष्टि कर दी गई है, एक जनवरी के प्रभाव से उनके मानदेय में चार फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी की जाएगी। पारा शिक्षकों के मानदेय में चार फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी पहली बार होगी।
फरवरी के बाद मिल सकती है 10 फीसदी बढ़ोत्तरी
पारा शिक्षकों के मानदेय में 10 फीसदी बढ़ोतरी के लिए आकलन परीक्षा फरवरी 2023 में हो सकेगी। जिन पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच हुई है, वही उसके लिए आवेदन कर पा रहे हैं। 11 हजार पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच के लिए समय दिए जाने के बाद आकलन परीक्षा के लिए आवेदन के लिए भी 15 दिन का समय दिया जा सकेगा। इसके बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल मैट्रिक व इंटर की परीक्षा से पहले फरवरी में पहली आकलन परीक्षा ले सकेगी।