झारखंड कुर्मी आंदोलन:ट्रेन पटरी पर बैठे आंदोलनकारी,दर्जन भर ट्रेनें रद्द,कुछ के बदले रूट
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कुर्मी जाति के लोग भी खुद को एसटी सूची में शामिल करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अपनी भाषा को लेकर भी उनकी कुछ मांगे हैं। जिसको लेकर वो चक्काजाम कर रहे हैं।
झारखंड में एसटी सूची में शामल करने को लेकर कुर्मी जातियों के लोग आंदोलन कर रहे हैं। उनका विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। अब वो एक आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। अपनी मांगों को लेकर कुर्मी जाति के लोग अब रेलवे की पटरियों पर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन जता रहे हैं। रेलवे पटरियों पर बैठ जाने के कारण झारखंड से चलने वाली कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। इस दौरान दर्जन भर ट्रेनें रद्द कर दी गईं वहीं कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी बढ़ रहा कुर्मी आंदोलन
झारखंड के साथ-साथ कुर्मी आंदोलन पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी अपने पांव पसार रहा है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कुर्मी जाति के लोग भी खुद को एसटी सूची में शामिल करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। अपनी भाषा को लेकर भी उनकी कुछ मांगे हैं जिसको लेकर रेलवे का चक्काजाम किया जा रहा है।
कौन सी ट्रेनें हैं रद्द
कुर्मी समाज के आंदोलन के तीसरे दिन चक्काजाम के कारण कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इनमें टाटानगर-खड़गपुर स्पेशल,चक्रधरपुर-टाटानगर स्पेशल,टाटानगर-आसनसोल स्पेशल,रांची -हावड़ा इंटरसिटी,झारग्राम-धनबाद एक्सप्रेस,टाटानगर-धनबाद एक्सप्रेस,टाटानगर-दानापुर एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। भुवनेश्वर-आनंद विहार एक्सप्रेस अपना रूट बदलकर चलेगी
क्या है मांग
कुर्मी समाज के लोग खुद को एससी-एसटी समूह में शामिल करने के साथ-साथ कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। झारखंड के साथ-साथ यह आंदोलन पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी बढ़ रहा है। कु्र्मा समाज के लोग अब संयुक्त संगठन बनाकर आंदोलन कर रहा है ताकि अपनी मांग को मजबूती के साथ रखा जा सके।