कोरोना के खिलाफ जंग तेज करने के लिए झारखंड सरकार ने बनाई 6 रणनीति, जानें क्या
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में बढ़ते कोरोना पॉजीटिव मामलों के मद्देनजर तीन मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद राज्य में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के लौटने की संभावना के मद्देनजर गुरुवार...
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में बढ़ते कोरोना पॉजीटिव मामलों के मद्देनजर तीन मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद राज्य में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के लौटने की संभावना के मद्देनजर गुरुवार को छह स्तरीय रणनीति को अमली जामा पहनाने का निर्देश मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को दिया है।
इसमें टेस्ट रणनीति, क्वारंटाइन रणनीति, रिलीफ रणनीति, लॉ एंड ऑर्डर रणनीति के साथ रोजगार और स्वास्थ्य कर्मियों को सुविधा-सुरक्षा का घेरा तत्काल तैयार करने को कहा गया है। इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों और राज्य सरकार स्तर से निर्गत होने वाले आदेशों को अविलंब जारी करने का निर्देश भी दिया है।
1. टेस्ट रणनीति
मुख्यमंत्री ने कोरोना की जांच की गति बढ़ाने के लिए राज्य के तीन नए मेडिकल कॉलेजों पलामू, हजारीबाग और दुमका में आईसीएमआर के मानकों के अनुसार टेस्टिंग लैब तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कंटेनमेंट जोन के लिए टेस्टिंग रणनीति बनाते हुए संदिग्ध लोगों की जांच प्राथमिकता के आधार पर करने की हिदायत दी है।
2. क्वारंटाइन रणनीति
कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर चिन्हित संदिग्ध लोगों को सभी सुविधाओं से युक्त सरकारी क्वारंटाइन केंद्रों में रखे जाने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।
3. रिलीफ रणनीति
क्वारंटाइन जोन में 15 दिनों का पर्याप्त खाद्यान्न और आवश्यक सामग्री के पैकेट उपलब्ध रखे जाएंगे। इस पैकेट में चावल, दाल, सरसों तेल, हल्दी, मसाला, आलू, साबुन मास्क और सेनेटाइजर रखें होंगे।
4. लॉ एंड आर्डर की रणनीति
गड़बड़ी फैलाने की फिराक में जुटे स्वार्थी लोगों को चिह्नित करने पर विशेष ध्यान देने के लिए संपर्क अभियान और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
5. रोजगार की रणनीति
तीन मई के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से झारखंड वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए पर्याप्त संख्या में हर प्रशासनिक इकाई स्तर पर सभी सुविधा युक्त क्वारंटाइन केंद्रों बनाने का आदेश जारी किया गया है। बेरोजगारों की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरे राज्य के हर गांव मे मनरेगा के अंतर्गत कार्य योजना तैयार कर उसके लिए पर्याप्त धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। मनरेगा मजदूरों के लिए पर्याप्त संख्या में फेस मास्क की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
6. स्वास्थ्यकर्मियों को सुविधा-सुरक्षा की रणनीति
आवश्यक मेडिकल उपकरणों का आकलन करते हुए इसे खरीदने की प्रक्रिया तीन मई से पहले अनिवार्य रूप से पूरी कर लेनी है। इस क्रम में पीपीई, रैपिड टेस्टिंग किट, नए स्थापित होने वाले लैब के लिए मशीन एवं आवश्यक सामग्री और पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों की व्यवस्था की जाएगी। पूरे राज्य में लोगों को समान बीमारियों के लिए समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करनी है। स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक सुविधायें और सुरक्षा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में संभावित पेयजल की समस्या न हो इसके लिए अभी से इंतजाम किए जाने हैं।