झारखंड : टीईटी के सर्टिफिकेट की मान्यता पर शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के सर्टिफिकेट की मान्यता दो साल और बढ़ेगी। इसके लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शुक्रवार को शिक्षा सचिव राहुल शर्मा को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है।...
राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के सर्टिफिकेट की मान्यता दो साल और बढ़ेगी। इसके लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शुक्रवार को शिक्षा सचिव राहुल शर्मा को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है। सरकार के इस फैसले से र48,916 टेट पास अभ्यर्थियों को एक और मौका मिल सकेगा।
2013 में 66,364 अभ्यर्थियों ने शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की थी। इसमें पहली से पांचवी के लिए 22,850 और छठी से आठवीं के लिए 43,514 अभ्यर्थियों ने टेट पास की थी। उस समय इनके सर्टिफिकेट की मान्यता पांच साल निर्धारित की गई थी। 2015-16 में चली नियुक्ति प्रक्रिया में कुल 15,698 अभ्यर्थी शिक्षक बने थे। इनमें पहली से पांचवी में 12,486 और छठी से आठवीं में 3212 अभ्यर्थी शिक्षक बने थे। टेट पास पारा शिक्षकों और अभ्यर्थियों के आंदोलन पर 2018 में जब इनके सर्टिफिकेट की मान्यता समाप्त हुई तो राज्य सरकार ने दो साल की बढ़ोतरी कर दी । हाईकोर्ट के आदेश के बाद 2019 में 1750 टेट पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई।
बावजूद इसके 48,916 अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिल सका। अब 2020 में फिर से सर्टिफिकेट की मान्यता समाप्त हो गई है और 2015-16 के बाद नई नियुक्ति प्रक्रिया में इन्हें शामिल होने का मौका नहीं मिला तो सरकार ने दो साल सर्टिफिकेट की मान्यता और बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे 2022 तक की नियुक्ति प्रक्रिया में टट पास यह अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे। आपको बता दें कि 2016 में आयोजित टेट में भी 50,000 अभ्यर्थी पास हुए हैं, लेकिन उनकी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि राज्य के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्रों की वैधता सात साल थी, जो समाप्त हो रही है। वर्तमान में कोरोना का प्रसार जारी है। ऐसे मे प्रमाण पत्र की वैधता दो साल विस्तारित किया जाना चाहिए।