ईडी के सामने पेश नहीं हुए झारखंड के CM हेमंत सोरेन, भेज दिया सीलबंद लिफाफा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धन शोधन के मामले में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुए। ईडी ने सोरेन को 14 अगस्त को उसके दफ्तर में पेश होने के लिए कहा था। पढ़ें यह रिपोर्ट...
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief minister Hemant Soren) सोमवार को धन शोधन के एक मामले रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुए। ईडी ने रक्षा भूमि घोटाला मामले में पूछताछ के लिए हेमंत सोरेन को समन किया था। उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए और मोहलत दिए जाने की मांग की थी। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय का एक स्टाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जोनल कार्यालय में पहुंचा और एक सीलबंद लिफाफा जमा किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के स्टाफ ने ईडी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा- मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि लिफाफे में क्या था। मुझे बस इसे देने के लिए कहा गया था। इस बीच हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री के पारंपरिक स्वतंत्रता दिवस संदेश को रिकॉर्ड करने के लिए दूरदर्शन कार्यालय का दौरा किया। इस तरह सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसी दोनों ही मुख्यमंत्री के संचार की सामग्री पर चुप्पी साधे हुए नजर आए। वहीं सूत्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन ने एजेंसी को सूचित किया कि वह अपने 'व्यस्त कार्यक्रम' के कारण दफ्तर में पेश होने में असमर्थ हैं।
इस बीच सत्तारूढ़ पार्टी के एक सूत्र ने कहा- मुख्यमंत्री ने समन के जवाब में कोई विशिष्ट मोहलत नहीं मांगी है। उन्होंने सामान्य रूप से एजेंसी को सूचित किया है कि अगले कुछ हफ्तों तक वह स्वतंत्रता दिवस समारोह और डुमरी विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार समेत अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। इसकी वजह से वह ईडी दफ्तर में पेश नहीं हो सकते हैं। सोरेन ने यह भी कहा है कि किसी अन्य माध्यम से वह सहयोग कर सकते हैं जैसा की एजेंसी चाहे... सूत्र ने बताया कि यदि ईडी अधिकारी एक और सम्मन भेजते हैं, तो सीएम कानूनी सलाह के अनुरूप फैसला लेंगे।
पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, सोरेन से कथित रक्षा भूमि घोटाला मामले में पूछताछ की जानी है। ईडी ने पिछले साल नवंबर में राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में सोरेन से नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। मौजूदा वक्त में केंद्रीय जांच एजेंसी एक दर्जन से अधिक भूमि सौदों की जांच कर रही है। इसमें रक्षा भूमि से संबंधित एक सौदा भी शामिल है। इस मामले में गिरफ्तार झारखंड के आईएएस अधिकारी छवि रंजन को विशेष पीएमएलए अदालत पहले ही जेल भेज चुकी है।